“वेंटिलेटर को बंद करना बहुत दर्दनाक”, कहते हुए नितला रों पड़ीं, जानिए पूरी बात
जब रोगी अपने आप ऑक्सीजन लेने में असमर्थ होते हैं, तो वेंटिलेटर की मदद से रोगी के फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाना और कार्बन डाइऑक्साइड को निकालना संभव होता है।
लेकिन केवल वेंटिलेटर की मदद से कोरोना मरीज को बचाना संभव नहीं है। यही कारण है कि दुनिया भर के चिकित्सा पेशेवरों की टीमों को कुछ कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं, जिसमें मरीज के बेहतर न होने की स्थिति में वेंटिलेटर हटाना भी शामिल है।
रॉयल फ्री हॉस्पिटल, लंदन के गहन चिकित्सा इकाई (ICU) की मुख्य नर्स जुएनिता नितला ने मीडिया को बताया, “वेंटिलेटर को बंद करना बहुत दर्दनाक है। कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं किसी की मौत के लिए ज़िम्मेदार हूं।”
दक्षिण भारत में जन्मे, नितला पिछले 16 वर्षों से इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में गहन देखभाल विशेषज्ञ नर्स के रूप में काम कर रही हैं। 42 वर्षीय नितला ने मीडिया को बताया, “वेंटिलेटर को बंद करना भी मेरी नौकरी का हिस्सा है।” नितला बताती है किसी को इस तरह मरते हुए देखना काफी दुखद होता है। नितला मरीजों को सांस लेने के लिए तड़पते हुए देखती है और यह देखने के लिए बहुत तनावपूर्ण भी है।
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