सतर्क : ये ऐप आपका सारा निज़ी डाटा कर रही है हैक, फ़ौरन करें डिलीट
कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ गया है। लॉकडाउन की वजह से सैकड़ों लोग अपने दोस्त और घरवालों से नहीं मिल पा रहे हैं। इसी वजह से हाल ही में एक ऑनलाइन वीडियो ऐप जूम लांच हुआ था जिसने शुरुआत में जबरदस्त इजाफा किया लेकिन पिछले कुछ दिनों से जूम ऐप अपनी प्राइवेसी को लेकर काफी चर्चाओं में है।
वही कुछ बड़ी कंपनियां जैसे गूगल ने अपने अधिकारियों को जूम ऐप को इस्तेमाल करने के लिए सख्त मना कर दिया है। इन्हीं सबके बीच में एक खबर यह भी आई है कि जूम एप के पांच लाख अकाउंट हो गए हैं और डाटा को डार्क वेब पर बेचा जा रहा है।
जी हां एक कंपनी ब्लीपिंग कंप्यूटर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि जूम के पांच लाख अकाउंट को हैक कर लिया गया है और डार्क वेब पर मामूली कीमत में लोगों का निजी डाटा बेचा जा रहा है। जूम एप यूजर्स का डाटा हैकर्स फोरम पर बिक रहा है। इसके बारे में सबसे पहले एक अप्रैल को साइबर सिक्योरिटी फर्म Cyble ने जानकारी दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक डार्क वेब पर जूम एप यूजर्स का डाटा मामूली कीमत $0.0020 यानी करीब 0.15 प्रति अकाउंट बिक रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह हैकिंग बकायदा पासवर्ड और आईडी के जरिए हुई है यानी कि हैकर्स को इसके बारे में पहले से जानकारी थी।
इस ऐप के जो भी यूजर और जितने भी यूजर्स हैं उन सब का डाटा हैकर्स तक पहुंचा है। जिनमें यूजर्स की ई-मेल आईडी, पासवर्ड, मीटिंग का यूआरएल और होस्ट की जैसी जानकारियां शामिल हैं। इनमे से 290 अकाउंट कॉलेज और यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं।
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