कोरोना संदिग्ध जमातियों को भारत भेजने वाला आरोपी जालिम मुखिया गिरफ्तार
नेपाल में भारत से भागे तब्लीगी जमात के लोगो को शरण देने व भारत मे कोरोना संदिग्ध मरीजो को भेजने की साज़िश रचने वाले जालिम मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार देर रात नेपाल के परसा जिले से मुखिया को गिरफ्तार किया गया। बिहार के पश्चिमी चंपारण और बेतिय जिले में नेपाल सीमा के रास्ते कोरोना संक्रमितों के भारत घुसपैठ की साज़िश का पता चला जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
नेपाल मीडिया के अनुसार ,जालिम मुखिया दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज़ में भी शामिल हुए था। वहां से लौटने के बाद मुखिया ने भारतीयों और विदेशियों समेत 24 जमातियों को पनाह दी।इन जमातियों की जांच किये जाने पर इनमे से तीन कोरोना संक्रमित पाए गए थे ,जिसके बात सबको आइसोलेशन में रहने का आदेश दिया गया था। एक दावा में ये भी कहा गया कि ये जमाती भारत, इंडोनेशिया व पाकिस्तान के है। इससे पहले, भारतीय सीमा पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा इन्हें रोकने की कोशिष की गई थी इसके बावजूद ये लोग भागने में कामयाब हुए।
संक्रमण फैलाने की कर रहे थे साज़िश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों पश्चिम चंपारण के जिलाधिकारी द्वाराएस इस पी बेतिया बगहा को भारत-नेपाल बॉर्डर पर सख्ती बढ़ाने के निर्देश मिले थे।
यह निर्देश उन्होंने सशस्त्र सिमा बल की एक गोपनीय चिट्ठी मिलने के बाद दिए थे। 7 अप्रैल को डी एम कुंदन कुमार ने एस पी को अपने पत्र में लिखते हुए कहा कि, नेपाल के परसा जिले के तहत जगनाथपुर गांव का रहने वाला जालिम मुखिया भारत मे कोरोना वायरस फैलाने की योजना बना रहा है। वह नेपाल भारत सीमा से अवैध हथियार और जाली नोटों की तस्करी में भी शामिल हैं।