चीन के इस लैब से निकला है कोरोना वायरस! मिली खुफिया जानकारी
कोरोना वायरस का कहर लगातर बढ़ता जा रहा है। अब तक इस जानलेवा वायरस से 64 हजार लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 12 लाख से ज्यादा लोगों इससे संक्रमित हैं।
ब्रिटेन सरकार के खुफिया सूत्रों के हाथ लगी बड़ी जानकारी
कोरोना वायरस जिसे हम कोविड -19 के नाम से भी जानते हैं। कैसे पैदा हुआ इस रहस्य से पर्दा अभी भी नहीं उठ सका है। इस बीच इस बीच ब्रिटेन सरकार के खुफिया सूत्रों के हाथ बड़ी जानकारी लगी है। ब्रिटेन के खुफिया सूत्रों के मुताबिक कोरोना वायरस का संक्रमण पहले चीन के लैब से जानवरों में हुआ और उसके बाद वह इंसानों में फैला। अब ये वायरस घातक रूप ले चुका है।
पहले कभी नहीं देखा गया मेडिकल हिस्ट्री में ऐसा वायरस
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की वुहान लैब में इबोला, निपाह, सॉर्स और दूसरे घातक वायरसों पर रिसर्च कर रहे वैज्ञानिक अपने माइक्रोस्कोप में एक अजीब सा वायरस नोटिस कर रहे थे। मेडिकल हिस्ट्री में ऐसा वायरस पहले कभी नहीं देखा गया था।
चीन छुपा ले गया था इस वायरस को
इसके जेनेटिक सीक्वेंस को गौर से देखने पर पता चल रहा था कि ये चमगादड़ में पाए जाने वाले वायरस के करीबी हो सकते हैं। वैज्ञानिक हैरान थे क्योंकि इस वायरस में वो सार्स वायरस के साथ समानता को देख पा रहे थे, जिसने 2002-2003 में चीन में महामारी ला दी थी और दुनिया भर में 700 से ज़्यादा लोग मारे गए थे। उस वक्त भी ये बताया गया था कि सार्स छूने और संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से फैलता है, लेकिन तब चीन इस वायरस को छुपा ले गया था।
चीनी लैब से हुई लीक बात का सच
डेली मेल की खबर के मुताबिक, भले ही अब तक वैज्ञानिकों का यही मानना रहा है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान के पशु बाजार से इंसानों में फैला, लेकिन चीनी लैब से हुई लीक की बात को भी एकदम से नकारा नहीं जा सकता।
वायरस इंसानों में फैलना शुरू हुआ
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन की बनाई गई इमरजेंसी कमिटी कोबरा के एक सदस्य ने कहा कि पिछली रात खुफिया सूचना मिली, जिसके मुताबिक इस बात को लेकर कोई संदेह नहीं है कि वायरस जानवरों से ही फैला है। हालांकि, ये भी साफ होता जा रहा है कि वुहान के लैब से होकर ही ये वायरस इंसानों में फैलना शुरू हुआ था।
वायरस से संबंधित टेस्टिंग
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक वुहान स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में कई तरह की वायरस से संबंधित टेस्टिंग की जाती है। यह चीन का सबसे एडवांस लैब है। यह इंस्टिट्यूट जानवरों के बाजार से महज 10 मील दूर बना है।
स्थानीय आबादी इस तरह हुई संक्रमित
इसके अलावा वुहान सेटंर फॉर डिजिज कंट्रोल भी वुहान के पशु बाजार से करीब तीन मील दूर है। रिपोर्ट में ये कहा गया है कि इंस्टिट्यूट के कर्मचारियों के खून में सबसे पहले कोरोना का इन्फेक्शन हुआ और फिर इसने स्थानीय आबादी को संक्रमित किया है।