क्या हवा में भी हो सकता कोरोना वायरस? वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा
कोरोना वायरस के चलते अलग-अलग लोगों की अलग-अलग स्टडी हो रही है। कुछ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह वायरस हवा के माध्यम से नहीं फैलता, बल्कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने के दौरान निकले ड्रॉपलेट्स से फैल सकता है। ये ड्रॉपलेट्स यानी द्रव कण हवा के साथ सामने वाले व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं।
लेकिन एक नई स्टडी के मुताबिक यह वायरस हवा में हो सकता है। दरअसल कुछ शोधकर्ताओं की रिपोर्ट की माने तो इस बात की पुष्टि हो गई है कि मरीज के कमरे से जाने के बाद भी कमरे की हवा में वायरस की मौजूदगी हो सकती है। मरीज के जाने के बाद कई घंटे बाद भी कमरे के वातावरण में काफी मात्रा में वायरस हो सकता है।
अस्पताल के जिस वार्ड में या कमरे में कोरोना के मरीज रह रहे हैं, उसके आसपास, कॉरिडोर वगैरह की हवा में भी वायरस हो सकते हैं। इस स्टडी में बताया गया है कि कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को वायरस से बचने के लिए प्रोटेक्टिव सूट, मास्क, दस्ताने वगैरह कितने जरूरी हैं।
इन शोधकर्ताओं ने 11 मरीजों के कमरे को सैंपल के तौर पर लिया था। जिस पर यह बात सामने निकलकर आई कि इन कमरों के भीतर और बाहर की हवा में कोरोना वायरस मौजूद हैं।
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