कोरोना की चपेट में ये व्यवसाय, लगा बड़ा झटका
कोरोना की वजह से पर्यटन व्यवसाय भी बहुत सुस्त हो गया है। सीजन के शुरू होते ही नैनीताल, अल्मोड़ा, रानीखेत और रामनगर में 70 प्रतिशत एडवांस बुकिंग रद्द हो गई। कोरोना के कारण थ्री स्टार से लेकर फाइव स्टार होटल, रिसॉर्ट और होम स्टे काफी प्रभावित हुए हैं।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार पर्यटन ही है। यहां के लिए मार्च के दूसरे पखवाड़े से लेकर 30 जून तक का वक्त काफी अहम रहता है। इन दिनों देशी के साथ ही विदेशी पर्यटक भी सुकून की तलाश में कुमाऊं और गढ़वाल की वादियों में पहुंचते हैं।
इस बार भी पर्यटकों ने जनवरी से ही होटलों में एडवांस बुकिंग करा रखी थी। लेकिन मार्च माह के पहले सप्ताह में ही यहां के होटल उद्योग को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया। इस वायरस खौफ में 70 प्रतिशत पर्यटकों ने अपनी एडवांस बुकिंग ही कैंसिल करा दी।
दिनेश चंद्र साह, अध्यक्ष-नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने बताया कि कोरोना की वजह से पर्यटन उद्योग पर बहुत बुरा असर पड़ा है। अगर ऐसा ही हाल रहा तो पूरा उद्योग पीक सीजन में चौपट हो जाएगा।
मनुमहरानी जीएम के नरेश गुप्ता का कहना है कि कोरोना के कारण मार्च में 70 फीसद बुकिंग कैंसिल हो गई है। नई बुकिंग भी बहुत कम हो रही है। सतीश जोशी, प्रबंधक टीआरसी चिलियानौला ने बताया कि पहले की अपेक्षा इस बार मार्च की बुकिंग में 40 प्रतिशत की कमी आई है।
इस बार डर लग रहा है। हिमांशु उपाध्याय, अध्यक्ष होटल एसोसिएशन रानीखेत ने कहा कि कोरोना के कारण मार्च व अप्रैल में 60 प्रतिशत बुकिंग प्रभावित हुई है। कोरोना से पर्यटन गतिविधियों पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।