सिर्फ ये छोटी सी गलती आपको बना सकती है साइबर ठगी का शिकार
साइबर ठगी का एक मामला उत्तराखंड से आया है जहाँ एक डॉक्टर के क्रेडिट कार्ड के जरिये खाते से एक लाख से भी अधिक की रकम साफ कर दी गई है। असल में डॉक्टर के पास मोबाइल पर मैसेज आया तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने आननफानन में बैंक पहुंचकर जानकारी ली। साथ ही मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने मामले को साइबर सेल भेज दिया है।
सिविल लाइंस निवासी सतीश कुमार पेशे से डॉक्टर हैं। उन्होंने एक बैंक में कुछ महीने पहले ही क्रेडिट कार्ड बनवाया था, लेकिन क्रेडिट कार्ड बनवाने के बाद भी वह उसे प्रयोग में नहीं लाते थे। इस बीच उन्होंने क्रेडिट कार्ड का प्रयोग न होने के चलते बैंक में उसे बंद कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। बैंक ने प्रार्थना पत्र के आधार पर क्रेडिट कार्ड बंद कर दिया।
शुक्रवार को उनके पास मोबाइल पर खाते से क्रेडिट कार्ड के जरिये 1.35 लाख रुपये निकाले जाने का मैसेज आया। इतनी बड़ी रकम निकाले जाने का मैसेज देखकर उनके होश उड़ गए। वह हड़बड़ी में बैंक पहुंचे और मामले की जानकारी दी। बैंक अधिकारियों ने मामले की जांच की तो पता चला कि क्रेडिट कार्ड के जरिये ही रकम निकाली गई है। जबकि वह क्रेडिट कार्ड पहले ही बंद करवा चुके थे।
बंद क्रेडिट कार्ड के जरिये रुपये निकाले जाने की घटना से बैंक अधिकारी भी हैरान रह गए। बैंक अधिकारियों ने बताया कि साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड के जरिये ही उनके खाते से रकम निकाली है, लेकिन वह यह जवाब नहीं दे पाए कि बंद क्रेडिट कार्ड से रकम कैसे निकली।
बैंक अधिकारियों ने मामले की शिकायत पुलिस से करने की बात कही। साथ ही बाद में जांच करने का आश्वासन दिया। शनिवार को डॉक्टर सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को देते हुए तहरीर दी। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। साथ ही मामले को साइबर सेल हरिद्वार भेजा जा रहा है।