मुंह में आठ माह का भ्रूण लेकर घूम रहा था कुत्ता, पकड़ के लोगों ने किया…
भारत सरकार की ओर से बहुत पहले एक पहल शुरू हुई थी कि पूर्व लिंग परीक्षण एवं कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगा दिया जाएगा और कोई अस्पताल पूर्व लिंग परीक्षण करता हुआ पकड़ा गया तो उसके लिए अच्छा नहीं होगा। लेकिन हल्द्वानी से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसको सुनकर आप लोगों का दिल भर आएगा।
रामपुर रोड स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल के आवासीय गेट के पास आठ माह का भ्रूण मिला। यही नहीं यह भ्रूण एक कुत्ते के मुँह में देखा गया। यह देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस भ्रूण को कब्जे में लेकर जांच कर रही है।
शुक्रवार सुबह एसटीएच के पीछे मेडिकल स्टोर चलाने वाले कुछ दुकानदारों ने एक कुत्ते के मुंह में भ्रूण देखकर मेडिकल चौकी पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कुत्ते से भ्रूण को कब्जे में लेकर जांच की तो भ्रूण का बायां पैर नहीं था और बदन पर मिट्टी लगी थी। पूछताछ के बाद भी पता नहीं चला कि भ्रूण किसने फेंका है। असल में मिट्टी के कारण पुलिस भ्रूण को कुत्ते की ओर से गड्डे से निकालने का अंदेशा लगा रही है।
भ्रूण में दाएं पैर पर नीली स्याही लगी थी, जिसे अस्पतालों में नवजात के जन्म के बाद फुुट प्रिंट लेने के लिए लगाया जाता है। मेडिकल चौकी प्रभारी मनवर सिंह का कहना है कि भ्रूण का डीएनए सुरक्षित किया गया है। आसपास के अस्पतालों में भी जांच पड़ताल की जा रही है। भ्रूण करीब आठ माह का है।