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भगवान बदरीविशाल का यह भक्त अनोखे तरीके से जताता है अपनी आस्था

आज आपको भगवान बदरीविशाल के ऐसे भक्त के बारे में बताने जा रहे हैं जो भक्त निर्धन होते हुए भी कपाट बंद के दौरान भी अपने परमेश्वर को रोज चढ़ावा चढ़ाता हैं।  पिछले 10 महीने में उसने एक दिन भी इस क्रम को टूटने नहीं दिया।

अनोखे तरीके से जताता है अपनी आस्था

भगवान बदरीविशाल का यह भक्त अनोखे तरीके से अपनी आस्था जताता है। दरअसल, बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिर के रखरखाव और व्यवस्थाओं के संचालन की जिम्मेदारी श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के उठाती है। समिति का एक बैंक अकाउण्ट है जिसमें दानदाता कहीं से भी दान राशि जमा कर सकते हैं। हाल ही में राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि अब बीकेटीसी के बजाय दवेस्थानम् बोर्ड इस जिम्मेदारी का निर्वहन करेगी।

62 हजार के ड्राफ्ट लौटाये गये वापस

सरकार के इस फैसले के तहत बीकेटीसी ने हाल ही में यह सोचकर कि आगामी यात्रा सीजन का संचालन देवस्थानम् बोर्ड करेगा, बदरीनाथ भगवान के पूजा एवं आरती की ऑनलाइन बुकिंग के लिये ड्राफ्ट के जरिये मिलने वाले रुपये भक्तों को वापस भेजने शुरू कर दिये। लगभग 62 हजार के ड्राफ्ट वापस लौटाये गये।

एक भी दिन उसने यह क्रम नहीं दिया टूटने

समिति ने अपना बैंक अकाण्ट भी बंद करने की तैयारी शुरू कर दी। इसी बीच बैंक अकाउण्ट का स्टेटमेंट देखने पर सामने आया कि एक ऐसा भक्त है जो पिछले 10 माह से रोजाना इस अकाउण्ट में 108 रुपये जमा कर रहा है। एक भी दिन उसने यह क्रम टूटने नहीं दिया। अब तक वह बीकेटीसी के खाते में लगभग 32500 रुपये जमा कर चुका है।

आजीवन सामर्थ्य रहने तक ऐसा करने का प्रण लिया

तहकीकात करने पर पता चला कि वह एक निर्धन व्यक्ति है जो रोज कमाई कर उससे 108 रुपये इस अकाउण्ट में जमा करता आ रहा है और आजीवन सामर्थ्य रहने तक उसने ऐसा करने का प्रण लिया है।

यह किस्सा पहुंचा मुख्यमंत्री तक

चूंकि यह उसका गुप्त दान है लिहाजा समिति उसकी पहचान नहीं खोल रही है। यह किस्सा मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है। इसी बीच देवस्थानम् बोर्ड के गठन में हो रही देरी को देखते हुये फिलहाल बीकेटीसी ने बैंक खाता बंद न करने और अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते रहने का निर्णय लिया है।

 

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