समाज का सच्चा आइना दिखाती फिल्म –The Hundred Bucks
21 फरवरी को ‘द हंड्रेड बक्स’ फिल्म समूचे भारत में प्रदर्शित की जा रही है। यह जानकारी फिल्म के निर्माता रजनीश रामपुरी ने मीडिया को देते हुए बताया कि यह फिल्म जहां एक ओर एक बेहद संवेदनशील विषय पर है, वहीं यह भावनात्मक तौर पर भी उनके दिल के बेहद करीब है।
उपरोक्त फिल्म से जहां एक ओर बॉलीवुड प्रमोटर दुष्यंत सिंह बतौर निर्देशक अपनी फिल्मी पारी का आगाज कर रहे हैं तो वहीँ रंगमंच की कलाकार कविता भी अपने कैरियर का आगाज कर रही है। साथ ही कवि सम्मेलन की दुनिया का एक बड़ा नाम दिनेश बावरा भी अपनी फिल्मी पारी की शुरुआत इस फिल्म से कर रहे हैं।
कविता ने बताया के उपरोक्त फिल्म उनके लिए बतौर कलाकार उनके सपने के सच होने जैसा है। कोई भी कलाकार जब मुंबई आता है तो उसका सपना होता है कि उसे किसी भी फिल्म में मुख्य किरदार निभाने का मौका मिले। वह अपने आप को भाग्यशाली मानती हैं कि कैरियर की शुरुआत में ही उन्हें बतौर अभिनेत्री एक महिला प्रधान फिल्म से अपनी शुरुआत करने का मौका मिल रहा है।
उनके अनुसार ऐसे लोग जो अपने कैरियर को लेकर बेहद संवेदनशील व जुझारू होते हैं उनके साथ काम करना आपको बेहद जिम्मेदारी व सुकून का अहसास देता है। समुचित फिल्म की शुरुआत से लेकर लास्ट शूटिंग तक काम कब खत्म हो गया किसी को भी पता नहीं चला लगा, जैसे कि इस फिल्म का काम उनके आम जीवन का हिस्सा है
वहीँ, दिनेश बावरा ने बताया कि बतौर निर्देशक दुष्यंत सिंह के साथ काम करना उनके लिए एक शानदार और यादगार अनुभव रहेगा। निश्चित तौर पर उन्होंने बतौर अभिनेता उनके अंदर से एक शानदार काम निकलवाया जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी। उनके अनुसार मंचीय प्रस्तुति व कैमरे के सामने काम करना बेहद अलग विषय है।
मंचीय प्रस्तुति में दर्शकों की तालियां आपके उत्साह को बतौर कलाकार बढ़ा देती हैं लेकिन कैमरे के सामने निर्देशक का कड़ा अनुशासन व कैमरे की आंख आपको जल्द ही सहज नहीं होने देती। दुष्यंत सिंह के अनुसार फिल्म सभी कलाकारों ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया हैं। वह बतौर अभिनेत्री कविता के प्रदर्शन से वह जहां संतुष्ट हैं।
वहीँ, बतौर अभिनेता दिनेश बावरा और बॉलीवुड अभिनेता जैद शेख ने फिल्म अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि ये फिल्म हिंदुस्तान के ही नहीं बल्कि वैश्विक तौर पर भी फिल्म प्रशंसकों को बतौर दर्शक बेहद पसंद आएगी।