Main Slideउत्तराखंड

उत्तराखंड के हल्दवानी में गूंजे आज़ादी के नारे, महिलाओं ने दिया धरना  

उत्तराखंड के हल्दवानी क्षेत्र में भी आज़ादी के नारे गूंज रहे हैं। हल्द्वानी के ताज चौराहे पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध में महिलाएं धरने पर बैठ गई हैं, आज़ादी के नारे लगाए जा रहे हैं।

ताज चौराहे को बना देंगे दिल्ली का शाहीन बाग

हल्द्वानी के ताज चौराहे पर भी प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं बढ़ चढ़ के हिस्सा ले रही हैं और बच्चों को भी धरने पर बैठाया गया है। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने ये ऐलान किया कि अगर केंद्र सरकार CAA वापस नहीं लेगी तो हल्द्वानी के ताज चौराहे को दिल्ली का शाहीन बाग बना देंगे।

शाहीन बाग़ की तरह ही महिलाओं को रखा गया है आगे

हल्द्वानी के इस इलाक़े में बड़ी तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोग CAA का विरोध कर रहे हैं आज़ादी के नारे गूंज रहे हैं। धरने-प्रदर्शन में सभी उम्र के पुरुष मौजूद हैं लेकिन शाहीन बाग़ की तरह ही महिलाओं को आगे रखा गया है।

मुस्लिम समुदाय के लोगों को डरने की जरूरत नहीं

स्कूल-कॉलेज की छात्राएं बढ़ी संख्या में हल्द्वानी के ताज चौराहे पर पहुँच कर आज़ादी के नारे लगा रही हैं। प्रदेश में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून नागरिकता देने का कानून है न की नागरिकता लेने का इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोगों को डरने की आवश्यकता नहीं है।

युवाओं को संघर्ष जारी रखने को कह रहे हैं बुजुर्ग

बुजुर्ग धरने में शामिल युवाओं को हर कीमत पर संघर्ष जारी रखने को कह रहे हैं। धरना रात को भी जारी रहे इसलिए चाय आदि की भी व्यवस्था की गई है।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close