त्रिवेन्द्र सरकार के लिए ये साल होने वाला है बेहद चुनौतीपूर्ण
त्रिवेंद्र सरकार मार्च 2017 में सत्ता में आई थी। इस वर्ष त्रिवेंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने वाले हैं और चौथे साल की शुरूआत हो जाएगी। वर्ष 2020 के बचे नौ महीने ही त्रिवेंद्र सरकार के लिए कामकाज के होंगे और वर्ष 2020 में उसे जनता के हित में जरूरी कार्य करने होंगे।
इसके बाद सरकार को महाकुंभ और उसके तुरंत बाद चुनाव में जुट जाना होगा। ये ही कारण है कि यह साल त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के लिए बेहद चैंलेंजिंग साबित करने वाला होगा।
त्रिवेंद्र सरकार के लिए उनका ऑडिट करने का समय आ गया है। इस वर्ष के नौ महीनों में उसे अपनी कई घोषणाओं को मूर्त रूप देना होगा। अब भी बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। इसलिए इस साल उसे सियासी पिच पर बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
साल 2017 में बनी 57 विधायकों की सरकार के मुखिया ने कहा है कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए लगातार काम किया जा रहा है और वह जनता को नज़र भी आने लगा है।
वर्ष 2020 में किया हुआ काम ही सरकार के लिए एक नए रास्ते का निर्धारण करेगा क्योंकि 2021 में शुरूआती चार महीने कुंभ की चुनौती होगी, वहीं बचे हुए साल में सियासी गुणाभाग में बीत जाएगा। वर्ष 2021 का अंत होते-होते चुनावी शंखनाद हो चुका होगा।