बैंकों से जुड़े कुछ नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, ये हैं नए नियम
नए साल की शुरुआत हो गई है। एक नई शुरुआत के साथ बैंकों से जुड़े कई नियमों में बदलाव हो रहे हैं, जो आपकी जेब पर सीधा प्रभाव डालेंगे। नए साल में एक तरफ होम लोन सस्ता हो गया, वहीं फंड ट्रांसफर करने के तरीकों में भी बदलाव किए गए हैं। साथ ही बचत योजनाओं से जुड़े नियम भी बदल गए हैं।
जानिए नए साल में किन किन चीजों में हुआ बदलाव
सस्ती ब्याज दर पर मिलेगा होम लोन
एसबीआई ने एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट 0.25 प्रतिशत यानी 25 बेसिस प्वाइंट तक घटा दिया है। इस डिस्काउंट के बाद एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड रेट (EBR) 8.05 प्रतिशत से घटकर 7.80 प्रतिशत वार्षिक कर दिया गया है। आज से 7.90 प्रतिशत ब्याज दर पर होम लोन दिया जाएगा।
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर
आज से नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) से लेन-देन करने पर शुल्क नहीं लगाया जाएगा। NEFT भी अब सप्ताह के सातों दिन, 24 घंटे के लिए उपलब्ध होगा। भारत बिल पेमेंट सिस्टम से प्रीपेड छोड़कर सभी बिलों का भुगतान किया जा सकेगा। अब रुपे कार्ड (RuPay Card) और UPI से लेन-देन करने पर किसी प्रकार का मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) की फीस नहीं लिओ जाएगी।
OTP जरूरी
अगर आप SBI के खाताधारक हैं तो SBI के ATM से रात 8 से सुबह 8 के बीच 10 हजार से ज्यादा कैश निकालना चाहते हैं तो OTP अनिवार्य होगा। SBI के खाताधारक अगर दूसरे बैंक के ATM से कैश निकालेंगे तो यह सिस्टम लागू नहीं होगा। दूसरे बैंक के ATM से निकासी बिना ओटीपी ही हो जाएगी।
5 साल से पहले नहीं निकाल सकेंगे पैसा
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम में कई बदलाव किये गये हैं। अब इस स्कीम में 60 वर्ष की उम्र में रिटायर होने वाला कोई भी व्यक्ति 5 वर्ष के लिए अपना पैसा जमा कर सकता है। SCSS में बैंक की स्थयी जमा से ज्यादा ब्याज मिलता है। नए नियम पहले से चल रहे खातों पर लागू नहीं किये जाएंगे।
चिप वाले कार्ड
SBI के मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले ATM/डेबिट कार्ड अब चालू नहीं रहेंगे। 1 जनवरी से EMV चिप और पिन बेस्ड कार्ड ही चलन में रहेंगे।