‘दुनिया में एक घन्टे में एक बोली समाप्त हो रही है’
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने डॉ. आर एस टोलिया प्रशासनिक अकादमी नैनीताल में लोक सेवकों के 14 वें आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
उन्होंने लोक सेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अधिकारी, कर्मचारी सरकार का आवरण होते हैं। इन्ही के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से जनता में सरकार की पहचान होती है। अधिकारियों, कर्मचारियों के अच्छे कार्यों से जहां सरकार की अच्छी छवि बनती है, वहीं गलत कार्यो से सरकार की छवि धूमिल भी होती है इसलिए सभी लोक सेवक नैतिक मूल्यों व कर्तव्यों को समझें।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि लोक सेवक अपने उत्तरदायित्यों का ईमानदारी से निर्वहन करें और कार्यों में पारदर्शिता रखें। लोक सेवकों का दायित्व है कि वह समाज में सभी को साथ लेकर चलें, अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए समाज में सामंजस्य स्थापित कर अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी लोक सेवक जिन्हें जो भी दायित्व मिले उसे पूरी निष्ठा, ईमानदारी व पारदर्शिता से सकारात्मक सोच के साथ करेंगे। उन्होंने कहा कि मधुर व्यवहार के साथ जन समस्याएं इत्मीनान से सुनकर उनके समाधान के प्रयास किए जाएं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कुमाऊंनी भाषा की चार पुस्तकों ‘‘धगुलि, हंसुलि, छुबकि एवं झुमकि’’ का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि दुनिया में एक घन्टे में एक बोली समाप्त हो रही है, इसलिए हमे अपनी बोलियों व भाषा को जीवित रखने के लिए आगे आकर कार्य करने होंगे, तभी हमारी बोलियां, भाषा संरक्षित व विकसित होगी यह हमारा दायित्व भी है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री अकादमी एवं केएमवीएम वेबसाइट का माउस दबाकर उदघाटन किया।