यमुनोत्री धाम में साधु कर रहें हैं बर्फबारी के बीच शंख का उद्घोष और पूजा
इस समय उत्तराखंड के मैदानी भागों में भी शासन प्रशासन के द्वारा बढ़ती ठंड को देख छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं और पहाड़ी जिलों में तो बर्फबारी के चलते हाल बेहाल है।
इस तरह के हालात होने के बावजूद ऊंचे पहाड़ियों पर रहने वाले साधु संत किन परिस्थितियों में ईश्वर की साधना कर रहे हैं। ये आप समझ ही सकते हैं और वह भी 5 फिट बर्फ के बीच मौजूदा वक्त में यमुनोत्री धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है। इसी को कहते हैं ईश्वर की भक्ति में शक्ति।
बर्फबारी के चलते इस वक्त यमुनोत्री धाम में पारा -10 डिग्री तक पहुंच गया है लेकिन जैसे-जैसे पारा गिर रहा है। भगवान की साधना में लीन साधु सन्यासी की कठोर तपस्या से उनकी भक्ति की तपन बढ़ती जा रही है।
शीतकाल के वक्त भी यमुनोत्री धाम में हनुमान मंदिर में साधु सन्यासी निवास करते हैं। जबकि कपाट बंद होने के बाद यमुनोत्री धाम की यात्रा बन्द हो जाती है और यमुना जी की डोली अपने शीतकालीन प्रवास खुसीमठ में 6 माह के लिए रहती है।
यमुनोत्री धाम में एक साधु बर्फबारी के बीच शंख का उद्घोष कर पूजा अर्चना कर रहा है। इतनी भारी बर्फबारी के बीच भी ईश्वर की भक्ति ठंड पर भारी पड़ रही है। सच में इन पवित्र आत्मा ने साबित कर दिया ईश्वर की भक्ति में सच में अलौकिक शक्ति होती है।