उत्तराखण्ड वैलनेस समिट की तैयारियां तेज़, युवाओं के साथ-साथ प्रदेश को मिलेगा लाभ
उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रदेश में अगले वर्ष अप्रैल माह में प्रस्तावित उत्तराखण्ड वैलनेस समिट के आयोजन की रूप रेखा का निर्धारण किया गया।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल पर विगत 07-08 अक्टूबर, 2018 में आयोजित उत्तराखण्ड इन्वेस्टर्स समिट के राज्य में उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। जिसमें उद्यमियों एवं निवेशकों के मध्य राज्य में निवेश की संभावना के संबंध में आपस में समन्वय से उद्योगों में काफी निवेश हुआ तथा रोजगार के भी युवाओं को अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि आज भारत और विश्व में पर्यटन व वेलनेस एक प्रमुख हेल्थ टूरिज्म के रूप में उभरा है व देश व विदेश में निवेशकों का इस क्षेत्र में झुकाव देखने को मिला है। प्रथम निवेश सम्मेलन के बाद राज्य में पर्यटन एवं वेलनेस के क्षेत्र में 119 एमओयू हुए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार का मानना है कि उत्तराखण्ड में वेलनेस टूरिज्म की प्रबल सम्भावना है।
” योग, आर्युवेद, आध्यात्म, ध्यान और चिन्तन की यहां पूर्व से ही परम्परा रही है, जो देश विदेश के पर्यटकों को आकर्षित कर सकती है। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को एक बेहतर प्लेटफार्म दिलाने हेतु वेलनेस समिट का आयोजन राज्य सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिससे स्थानीय युवाओं के साथ-साथ प्रदेश का भी लाभ होगा।” मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने आगे कहा।
बैठक में वेलनेस समिट के आयोजन स्थल निर्धारण, समिट में विभिन्न सम्बन्धित विषयों पर अलग-अलग सैक्टरों में चर्चाओं के आयोजन, एम्बेसडर्स कॉन्क्लेव आयोजन, विभिन्न राज्यों में रोड शो तथा इंडस्ट्री पार्टनर, मीडिया पार्टनर, इवेंट पार्टनर आदि पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में समिट के लिए आमंत्रितों/डेलिगेट्स के पंजीकरण तथा इससे सम्बन्धित विभागों के सचिवों और विभागाध्यक्षों के दायित्वों के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई।
वेलनेस समिट-2020
वेलनेस समिट-2020 के आयोजन हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया गया है, जिसमें प्रमुख सचिव, एमएसएमई सदस्य सचिव तथा अवस्थापना विकास आयुक्त, सचिव वित्त, सचिव पर्यटन, सचिव कृषि, सचिव मा. मुख्यमंत्री, महानिदेशक उद्योग इसके सदस्य के रूप में नामित किये गये हैं।