सरकार ने आधार कार्ड में किए बड़े बदलाव, बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया में इस तरह दें पता
भारत देश में रहने वाले हर नागरिक के लिए आधार सबसे अधिक जरूरी डॉक्यूमेंट है। आप अपनी सभी जरूरी जानकारियों को आधार में आसनी से अपडेट कर सकें इसके लिए केंद्र सरकार पूरी कोशिशों पर लगी हुई है।
बुधवार को जारी की गयी अधिसूचना में यह बताया गया है कि अब आधार में दर्ज किये गये पते को अब आप बहुत ही आसनी से बदल सकते हैं। अब जो भी लोग अगर केवाईसी के लिए अपना आधार नंबर दे रहे हैं और पता कहीं और का देना चाहते हैं, जो आधार कार्ड पर दर्ज पते से अलग है तो एक self declaration देकर अपना दूसरा पता दे सकते हैं।
माइग्रेंट वर्कर्स के लिए राहत
इस निर्णय से माइग्रेंट वर्कर्स को काफी आराम मिलेगा। अब तक माइग्रेंट वर्कर्स जिस जगह रहते हैं उन्हें बैंक खाता खोलने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था, क्योंकि आधार पर दर्ज पता उनके घर का होता था और काम किसी दूसरे शहर में करते थे। आपको बता दें मनी लांड्रिंग रोकथाम (रिकॉर्ड की देखरेख) नियम {Prevention of Money-laundering (Maintenance of Records} में संशोधन के द्वारा ये बदलाव किये गये हैं।
केंद्रीय पहचान आंकड़ा कोष
इन नए बदलावों के अन्तर्गत जो भी व्यक्ति पहचान के लिए आधार नंबर के साथ केंद्रीय पहचान आंकड़ा कोष से अलग पता लिखवाना चाहता है तो उन व्यक्तियों को इसकी अनुमति दे दी गई है। गौरतलब है कि पता बदलने से संबंधित नियम में बदलाव करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
मजदूरों को मिलेगा फायदा
आधार कार्ड से समबन्धित इन नियमों में बदलाव होने से प्रवासी मजदूरों को काफी आराम मिलेगा क्योंकि उनके पास आधार पर उनके मूल निवास का एड्रेस रहता है, पर अपने उस मौजूदा एड्रेस पर बैंक खाता खोलना चाहते हैं, जहां वे काम के सिलसिले में रह रहे होते हैं। लोगों के आधार में उनका आवासीय पता हो सकता है और वे मौजूदा एड्रेस के रूप में काम का पता देना चाहते हैं। कई बार ऐसा देखा गया है कि जहां लोग केवाईसी के लिए आधार में दर्ज पते को न देकर वो जिस शहर में रहकर काम करते हैं वो पता देना चाहते हैं।