सरकारी कंपनी कोल इंडिया दे रही है हजारों लोगों को रोज़गार का मौका
देश में रोजगार को लेकर कई दिनों से कोई अच्छी खबर नहीं आ रही है। ऐसे में एक सरकारी कंपनी ने हजारों लोगो के लिए रोज़गार के दरवाजे खोल दिए हैं। हम बात करने जा रहें हैं सरकारी कंपनी कोल इंडिया की।
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के द्वारा ये बताया गया है कि कोल इंडिया आने वाले नए वित्त वर्ष में 750 मिलियन टन कोयले का उत्पादन प्रारंभ करेगी। जिससे लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार के नए मौके मिलेंगे। कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ये भी बताया है कि कोल इंडिया वित्त वर्ष 2024 तक 1 अरब टन कोयले के उत्पादन का कार्य करेगी।
कोयला मंत्रालय मदद के लिए पूरी तरह से तैयार
इस अवसर पर प्रह्लाद जोशी का कहना है कि कोल इंडिया से ये कहा गया है कि आने वाले दिनों में ऊर्जा की आवश्यकता की पूर्ती के लिए वह जरूरी कदम उठाए। इसके साथ उन्होंने सभी PSU से ये भी कहा कि अगर इसके लिए उन्हें किसी भी प्रकार की सहायता लेनी पड़े तो कोयला मंत्रालय उनके लिए पूरी तरह से तैयार है।
रोजगार के हजारों अवसर भी होगें प्राप्त
PSU के लिए कोयला उत्पादन का टारगेट 660 मिलियन टन निर्धारित किया गया है जो देश के कुल कोयला उत्पादन का लगभग 82 प्रतिशत है। उन्होंने कोल इंडिया को विस्तारित रूप में लाने और कैपिटल इन्वेस्टमेंट वाली नीति की काफी तारीफ़ की। यदि ये कंपनियां विस्तार करती हैं तो भविष्य में तमाम लोगो को रोजगार के हजारों अवसर भी प्राप्त हो जाएंगे।
जल शक्ति अभियान में अपनी भागेदारी
कोयला सेक्टर में ऑटोमैटिक रूट से 100 प्रतिशत FDI के सरकार के फैसले पर उन्होंने कहा कि इससे कोयला कंपनी में संरचनात्मक सुधार देखने को मिलेगा जिसकी बेहद जरूरत भी है। विदेशी निवेश की सहायता से भारत कोयले का कम से कम आयात करेगा मुनाफा होगा। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कोल इंडिया से अपील की कि वह जल शक्ति अभियान में अपनी भागेदारी दें और जल संरक्षण जैसे बड़े मिशन में सरकार की पूर्ण रूप से सहायता करे।