राष्ट्रीयMain Slideव्यापार
सरकार 45 करोड़ लोगों को पेंशन देने की बना रही है बड़ी योजना, श्रमिकों को मिलेगा फायदा
पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा असंगठित क्षेत्र (Unorganized Sector) में लगभग 45 करोड़ असंगठित क्षेत्र के लोगों को पेंशन देने की योजना पर विचार विमर्श किया जा रहा है। PFRDA के एक सदस्य ने शुक्रवार को बताया कि प्राधिकरण की योजनाओं से जुड़े अंशधारकों की संख्या फिलहाल लगभग 3 करोड़ है।
वहीँ दूसरी ओर अटल पेंशन योजना से जुड़े एक कार्यक्रम में PFRDA के पूर्णकालिक सदस्य सुप्रतीम बंदोपाध्याय ने कहा कि वह असंगठित क्षेत्र के उन 45 करोड़ लोगों को पेंशन देने का विचार कर रहे हैं, जिन लोगो को किसी तरह की कोई वित्तीय सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
जाने कौन कौन आते हैं असंगठित क्षेत्र में
- असंगठित क्षेत्र में घरों में काम करने वाली महिलाएं, ड्राइवर, मजदूर, प्लंबर, बिजली का काम करने वाले, रेहड़ी लगाने वाले और इस तरह ही अन्य काम करने वाले मजदूर शामिल होते हैं।
- छोटे व सीमांत किसान भी असंगठित क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।
100 रुपए प्रति महीने के अंशदान पर दी जाएगी इतनी राशि
- भारत सरकार ने 1 फरवरी को पेश किए गए अंतरिम बजट में ही पेंशन देने का ऐलान किया था।
- जबकि उस समय 10 करोड़ मजदूरों को लाभ देने की योजना बनायीं गयी थी।
- अंतरिम बजट में सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, कम आमदनी वाले मजदूरों को सरकार पेंशन की सुविधा प्रदान करेगी।
- 100 रुपए प्रति महीने के अंशदान पर 60 वर्ष की आयु के बाद 3,000 रुपए प्रतिमाह पेंशन देने की व्यवस्था की जाएगी।
जाने कितनी आयु से जुड़ने पर जमा करने होंगें कितने रुपए
- इस योजना के अंतर्गत 18 वर्ष की आयु से अगर कोई मजदूर जुड़ता है तो उसे 55 रुपए प्रति माह जमा कराने होंगे।
- अगर कोई 29 वर्ष की आयु में जुड़ता है तो उसे करीबन 100 रुपए जमा करने होंगे।
- यह रकम 60 वर्ष की आयु तक जमा करना होगा।
- इसके लिए सरकार ने अनुमानित 500 करोड़ रुपए की राशि रखी थी।
अटल पेंशन योजना के अंतर्गत प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति
- पीएफआरडीए के कुल अंशधारकों में लगभग 55 प्रतिशत लोगो को पेंशन योजना के दायरे में रखा गया है।
- इस वर्ष पांच अक्टूबर तक पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण के पास कुल प्रबंधन अधीन परिसपंत्ति 3,72,901.79 करोड़ रुपए थी।
- इसमें अटल पेंशन योजना के अंतर्गत प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति 8,770.79 करोड़ रुपए थी।