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उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस गाँव ने पेश की बड़ी मिसाल
उत्तराखंड की नैनीताल हाईकोर्ट ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर एक अहम और बड़ा फैसला गुरुवार को सुनाया , जिसके अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में दो से अधिक बच्चों वाले लोगों के चुनाव लड़ने नहीं दिया जाएगा। ये फैसला 25 जुलाई 2019 से लागू होगा।
इस फैसले को देखते उत्तराखंड के अल्मोड़ा ज़िले के बगुना गाँव में दूसरी बार लगातार ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और उप ग्रामप्रधान निर्विरोध चुना गया है। इसके बाद सभी ग्रामवासियों को इस एकता-अखण्डता के लिए बधाई भी मिल रही है।
चुनाव में गाँव वालों की ओर से ग्रामप्रधान देवेंद्र सिंह बिष्ट और उपप्रधान पूरण सिंह को चुना गया है। इस मौके पर ग्राम प्रधान के पद पर चुने गए देवेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि मैं गाँव वालों के हर एक कार्य में सहयोग दूंगा और इसलिए आज से मेरे ऊपर आप लोगों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। बगुना गाँव में जो काम पिछले ग्राम प्रधान सोच तक नहीं पाए अब वो काम आपलोगों के साथ मिलकर करना है।
वहीं उपप्रधान पद पर चुने गए पूरण सिंह ने कहा कि गांववालों ने हमारा साथ दिया, जिसके कारण मुझे ये बड़ी ज़िम्मेदारी मिली है। अब से प्रधान जी के साथ मिलकर पूरे गाँव का विकास करूंगा।
आपको बता दें कि दो से अधिक बच्चे वाले प्रत्याशी पंचायत चुनाव लड़ने के अयोग्य माने जाएंगे। जबकि 25 जुलाई 2019 से पहले जिसके तीन बच्चे हैं, वह चुनाव लड़ सकते हैं।