VIDEO : पीएम मोदी के Corbett National Park के दौरे के बाद आई बड़ी खुशखबरी
रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व विश्व में बाघों की राजधानी के रूप में जाना जाता है। देश का यह पहला टाइगर रिज़र्व है जहाँ बाघों का जनसंख्या घनत्व सबसे अधिक है।
हर चार साल में होने वाली बाघों की गणना में यहाँ बाघों की संख्या बढ़ कर आती है। जिसको देखते हुए बाघों के शिकारियों की नज़र कॉर्बेट में गढ़ी रहती है। जिसको देखते हुए लगभग दस वर्ष पूर्व बाघों की सुरक्षा के लिहाज़ से स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के गठन का निर्णय भारत सरकार द्वारा लिया गया था और इस फ़ोर्स के गठन के लिए हरी झंडी दिखा दी गयी थी।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने भी 2009 में एसटीपीएफ के गठन के लिए अपनी सैध्यांतिक सहमति भी दे दी थी। बावजूद इसके कुछ खामियों के चलते एसटीपीएफ के गठन में राज्य सरकार द्वारा हरी झंडी मिल पाना मुश्किल हो रहा था। हालांकि दस वर्ष के लम्बे इंतज़ार के बाद अब भाजपा की राज्य सरकार से एसटीपीएफ के गठन के लिए सहमति मिल चुकी है।
कॉर्बेट प्रशासन की माने तो शासन स्तर से एसटीपीएफ के गठन के लिए प्रस्ताव शासन स्तर पर पास हो चुका है। कॉर्बेट प्रशासन को शासनादेश का इंतज़ार है। जैसे ही शासनादेश की कॉपी उनके पास पहुँचेगी एसटीपीएफ के गठन की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।