सिर्फ सरकारी बसों में ही नहीं, वोल्वो में भी निशुल्क यात्रा कर सकेंगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में सचिवालय में उत्तराखण्ड राज्य के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों की विभिन्न मांगों के सम्बन्ध में सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक सम्पन्न हुई।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी किसी जनपद या राज्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वह पूरे देश की धरोहर हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समान रूप से सम्मान किया जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी जनपद अथवा अन्य राज्य से सम्बन्धित क्यों न हों। उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सभी समस्याओं की माॅनिटरिंग की जाए। उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी नामित कर उनका फोन नम्बर भी प्रचारित किया जाए, ताकि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर न भटकना पड़े।
अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जनपदों की सभी तहसीलों में उस क्षेत्र में निवास कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की लिस्ट उपलब्ध करा दी जाए, जिससे तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को अपने क्षेत्र में रह रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जानकारी रहे और आवश्यकता पड़ने पर उनकी समस्याओं का समयबद्ध रूप से निराकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था बनाई जाए ताकि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए देहरादून और जनपद मुख्यालयों के चक्कर न काटने पड़े।
बैठक में बताया गया कि परिवहन निगम की सरकारी बसों की भांति वोल्वो बसों में भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, उनकी विधवाओं को एक सहायक के साथ तथा प्रथम पीढ़ी के समस्त उत्तराधिकारियों को निशुल्क यात्रा सुविधा दी जा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रथम पीढ़ी के उत्तराधिकारियों को कुटुम्ब पेंशन दिए जाने के सम्बन्ध में उत्तराखण्ड के सभी जिलाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि प्राप्त हो रहे आवेदनों का परीक्षण करते हुए पेंशन दिये जाने के सम्बन्ध में कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है।