Chandrayan 2 की सफलता के लिए ISRO की ये 2 महिलाएं हमेशा याद की जाएंगी
भारत चंद्रयान-2 का सफल प्रक्षेपण कर चुका है। इस प्रक्षेपण को सफल बनाने में इसरो की दो महिलाओं की सबसे बड़ी भूमिका रही है। एम वनिता और ऋतु करिधाल नाम की दो रॉकेट वुमन ने भारत का एक विशाल सपना पूरा कर दिखाया है।
ISRO की ये 2 महिलाएं हमेशा याद की जाएंगी
ये दोनों महिलाएं बेंगलुरू के यूआर राव अंतरिक्ष केंद्र में तैनात हैं। वनिता यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में एक प्रतिष्ठित ग्रहीय मिशन का नेतृत्व कर रही हैं। मुथाया वनिता, प्रक्षेपण यान के हार्डवेयर के विकास पर काम करती हैं।
वनिता एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी आफ इंडिया द्वारा स्थापित सर्वश्रेष्ठ महिला वैज्ञानिक पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक भी हैं। चंद्रयान 2 मिशन में वो पहली महिला प्रोजेक्ट डायरेक्टर बनी हैं ।
ऋतु करिधाल मिशन Chandrayan 2 को सफल बनाने वाली दूसरी महिला वैज्ञानिक हैं। ऋतु करिधाल भारत द्वारा 2013 में प्रक्षेपित मंगल ऑर्बिटर मिशन की उप अभियान निदेशक रह चुकी हैं। ऋतु के पास इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री है। वो चंद्रयान 2 मिशन की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर भी हैं।