शक्तिमान को इस बड़ी वजह से किया गया बंद, 14 साल बाद हुआ चौंकाने वाला खुलासा
शक्तिमान धारावाहिक बच्चों के बीच काफी पापुलर था। लेकिन एक दिन अचानक इसे बंद कर दिया गया। आइए आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों हुआ।
वर्षा कुलकर्णी और अस्मा लत्तिअपानवार ने एक दूसरे को गुस्से में आग लगा दी थी। कर्नाटक के हुबली के सत्तूर में रहती थीं। 17 दिसंबर 1998 को उन्होंने खुद को आग लगा ली। वजह ये बताई गई कि उन्हें लगता था ऐसे में शक्तिमान उन्हें बचाने आएगा।
ऐसा ही एक मामला सामने आया बेगूसराय से। बिहार के बेगूसराय में 27 दिसंबर 1998 को शुभम और राकेश नाम के दो लड़कों ने खुद को आग लगा ली। वजह बताई गई कि ऐसा उन्होंने शक्तिमान देखकर किया।
वहीं 14 फरवरी 1999 को नासिक के पाटने जिले के दिनेश प्रभाकर ने खुद को आग लगा ली। दिनेश नौ साल का था। उसकी मौत की वजह भी यही बताई गई। उसे लगता था शक्तिमान उसे बचाने आएगा।
14 साल बाद हुआ चौंकाने वाला खुलासा
लेकिन मुकेश खन्ना और उनसे जुड़े लोग इसकी दूसरी वजह बताते हैं। उनके मुताबिक़ मुकेश खन्ना बीजेपी के सपोर्टर थे, कई लोगों को ये बात पसंद नहीं थी। गुटखा और सुपारी बेचने वालों को शक्तिमान की सीख के कारण बिजनेस में नुकसान हो रहा था।
शक्तिमान दूरदर्शन पर लोकप्रियता के पैमाने में चौदहवें नंबर पर जा पहुंचा था, उसकी टीआरपी भी उस वक़्त 24.8 तक जा पहुंची थी। कुछ लोग इस बात से जलने लगे थे। शुरू से जुड़े होने के कारण मुकेश खन्ना पारले-जी के अलावा और किसी कंपनी को स्पॉन्सर नहीं बना रहे थे। ऐसे में इन्हीं सब मतभेदों को देखते हुए यह धारावाहिक बंद किया गया।