खुद की न्यूड पेंटिंग बनाती थी ये कलाकार, नाम जानकर हैरान रह जाएंगे
करीब 106 वर्ष पहले 30 जनवरी 1913 को बुडापेस्ट में डेन्यूब नदी के किनारे जन्मी अमृता शेरगिल ने पेरिस से लेकर बुडापेस्ट, शिमला और लाहौर तक पढ़ाई करने के साथ ही चित्रकारी के क्षेत्र में भी काफी काम किया। इसके अलावा सरदारनगर में भी उन्होंने दो साल तक प्रवास किया, मगर इससे जुड़ी जानकारी कहीं भी मौजूद नहीं है। कहा जाता है कि यहां रहते हुए उन्होंने ‘वीमेन ऑन द चारपॉय’, ‘द ब्राइड’, ‘स्विंग’, ‘रेस्टिंग’,’लेडीज़ एन्क्लोज़र’ और ‘मदर इंडिया’ समेत अपने कलात्मक जीवन के कई महत्वपूर्ण चित्र बनाए।
अमृता के पिता सरदार उमराव सिंह मजेठिया पंजाब के एक पुराने जागीरदार परिवार से थे। उमराव सिंह को पढ़ने-लिखने के साथ साथ फ़ोटोग्राफी का भी बहुत शौक था। अपनी पहली पत्नी के देहांत के बाद उनकी मुलाक़ात हंगेरियन मूल की मारी अंतोएनेत से हुई। उन दिनों मारी भारत यात्रा पर थीं। वो खुद एक प्रशिक्षित ओपेरा सिंगर होने के साथ-साथ पियानो बजाने में भी प्रवीण थीं। कुछ मुलाकातों के बाद मारी और उमराव सिंह में नज़दीकियां बढ़ने लगी और फिर वर्ष 1912 में दोनों ने सिख रीति-रिवाजों से लाहौर में शादी कर ली।
अमृता ने भारतीय आम लोगों के रंग रूप को कैनवास पर जगह दी। उन्होंने ब्राइड्स टॉयलेट जैसी पेंटिंग में भारत की सांवली त्वचा को बिना फूहड़ता के दिखाया। मशहूर पेंटर रविवर्मा ने अपनी पेंटिंग्स में जहां पौराणिक चरित्रों के बहाने भारतीय कामुकता को दिखाया। वहीं अमृता इस काम में नए तौर तरीके लेकर आईं। उनका एक सेल्फ पोट्रेट बहुत प्रसिद्ध है जिसमें वो मुस्कुरा रही हैं। इस पोट्रेट में उन्होंने खुले कंधों वाला ड्रेस पहन रखा है। आजादी से पहले के भारत में इस तरह का पोट्रेट पेंट करना काफी साहस का काम था।
अमृता ने 1938 में अपने चचेरे भाई विक्टर ईगन से शादी की। मगर इसके बाद भी उनके अफेयर के चर्चे आते रहे। साल 1941 में वो अचानक से कोमा में चली गईं और कुछ ही समय के बाद उनकी मौत हो गई।