केदारनाथ के पास बड़ी त्रासदी के मिले संकेत, फिर आ सकती है महाप्रलय
केदारनाथ आपदा के बाद बुरी तरह से बर्बाद हो चुकी केदारघाटी को फिर से विकसित किया गया है, लेकिन अब इस घटना के 06 साल बाद फिर केदारनाथ में आई आपदा के मुख्य कारण चोराबाड़ी झील के दोबारा पुनर्जीवित होने का दावा किया गया है।
देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों ने वैसे तो ऐसी किसी भी झील के बनने की बात से इनकार किया है। वाडिया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने बताया कि चोराबाड़ी झील विकसित नहीं हुई है, उनका कहना है कि जिस झील के बनने की बात हमारे पास आई है वो केदारनाथ मंदिर से 05 किलोमीटर ऊपर है,जबकि चोराबाड़ी झील केदारघाटी से महज़ 02 किलोमीटर ऊपर है।
आपको बता दें कि केदारनाथ धाम में स्वास्थ्य कैंप चला रहे डॉक्टरों ने केदारनाथ धाम से करीब 05 किलोमीटर ऊपर ग्लेशियर में बनी एक झील को चोराबाड़ी झील होने का दावा किया था। चोराबाड़ी झील के ही हिस्से में दूसरी झील आकार ले रही है और यह झील धीरे-धीरे बड़ी होती जा रही है, जिसके बाद इस झील की जानकारी वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों को दी गई है।
डॉक्टरों की टीम ने 16 जून को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस और जिला प्रशासन की एक टीम के साथ चोराबाड़ी झील का दौरा किया था, जहां उन्होंने देखा कि झील फिर से पानी से घिर गई है।