शपथ ग्रहण में भोजपुरी भाषा को लेकर मचा बवाल, रवि किशन ने दिया बड़ा बयान
फिल्म अभिनेता रवि किशन को साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा गोरखपुर से चुनाव मैदान में उतारा गया था। रवि ने पिछली बार हारी हुई सीट गोरखपुर पर इस बार जीत हासिल कर ली है, जिसके बाद रवि किशन ने सत्र के दूसरे दिन 18 जून को शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया।
17वीं लोकसभा में सपथ ग्रहण के दौरान चाहकर भी #भोजपुरी में सपथ नहीं ली जा सकी संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल नहीं पूर्वांचल गौरव और सम्मान की भाषा भोजपुरी इसे संविधान की ८ वी अनुसूची में शामिल करने के लिए करुगा प्रयास ! pic.twitter.com/79mrenq5Wb
— Ravi Kishan (@ravikishann) June 18, 2019
रवि, शपथ भोजपुरी भाषा में लेना चाहते थे पर इस भाषा का आठवीं अनुसूची में शामिल न होने के कारण उन्हें शपथ हिंदी में ही लेना पड़ा। सत्र के बाद रवि ने कहा कि भोजपुरी में शपथ न लेने का दुःख उनको रहेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वो पूरी कोशिश करेंगे कि भोजपुरी भाषा को वह आठवीं अनुसूची में शामिल करा सकें। जिससे पूर्वांचलवासियों का मान-सम्मान बढ़े, साथ ही भोजपुरी भाषा को सम्मान मिल सके।
आपको बता दें कि सभी सांसदों ने सूची में दिए गए भाषाओँ में ही शपथ ग्रहण की और महाराजगंज से सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और सारण से सांसद राजीव प्रताप रूडी ने भी साेमवार को लोकसभा में भोजपुरी भाषा में शपथ लेने की इच्छा जताई थी, पर प्रोटेम स्पीकर ने इस भाषा का संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं होने की वजह से भोजपुरी में शपथ नहीं लेने की बात कही।