उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक मामला सामने आया है। कौशांबी जिले में कोखराज थाना क्षेत्र के एक इलाके की रहने वाली नाबालिक किशोरी का रेप हुआ। पुलिस के अनुसार यहां की रहने वाली एक युवती उम्र 14 अपनी बहन के घर गयी हुई थी। जहां कुछ दिन रहने के बाद जब वह घर लौटी तो भतीजी की बढ़ती उम्र देखकर सगे चाचा की नीयत खराब हो गई।
जब घर में कोई नहीं था, तब चाचा ने भतीजी को दबोच लिया और जबरन उसके साथ घनौना काम किया। रेप के बाद चाचा ने भतीजी पर दबाव बनाया कि वह किसी से कुछ ना कहे, नहीं तो वो उसे जान से मार देगा। युवती डर के कारण चुप रही। लेकिन यह घटना छिप नहीं सकी क्योंकि वह गर्भवती हो गई। उसके गर्भवती होने की जानकारी जब मां और फिर पिता को हुई तो हड़कंप मच गया। बेटी की पिटाई की गई, तो उसने चाचा की पूरी करतूत बता दी। चाचा ने घटना से साफ इनकार करते हुए पूरा आरोप बड़ी भतीजी के देवर पर डाल दिया।
यह मामला पहले गांव की पंचायत में पहुंचा, जहां पंचायत ने नाबालिग किशोरी के गर्भवती हो जाने पर उसे सजा दी है, जिससे न तो उसे न्याय मिला, ना आरोपी को सजा मिल पाई है। लेकिन इसके बाद बाल कल्याण समिति के प्रयास से पंचायत में फैसला सुनाने वाले 21 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करा दी गई है और पुलिस अब तुगलकी फरमान सुनाने वालों पर कार्रवाई के लिए उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है।