अलवर के कठूमर सरकारी अस्पताल के डिलिवरी रूम में एक महिला को 108 एंबुलेंस के ड्राइवर ने अपने साथी के साथ मिलकर अपनी हवस का शिकार बनाया। इस घटना के बाद से दोनों आरोपी फरार हैं। पुलिस ने इस घटना का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है।
रिपोर्ट में रेप पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वो कठूमर क्षेत्र की रहने वाली है। जब वो अपनी बहू की डिलीवरी कराने कठूमर स्थित सरकारी हॉस्पिटल पहुंची। तब वो वहां बहू की सहायता के लिए अटेंडर के रूप में वहां मौजूद थी। उसने कहा कि रात करीब आठ बजे ड्यूटी पर तैनात एक कंपाउंडर मेरे पास आया और उसने प्रसूता के नाम पर कागज बनवाने के लिए कहा। इस बहाने से वह मुझे डिलीवरी रूम में ले गया जहां पर एंबुलेंस का ड्राइवर पहले से ही मौजूद था। जहां पर दोनों ने मेरे साथ बदतमीजी करने की कोशिश की।
” मेरे शोर मचाते ही उन्होंने मुझे थप्पड़ मारा और धमकाया भी कि किसी को अगर ये बताया तो बहू की डिलीवरी केस को खराब कर देंगे और उसके नवजात पोते को मार देंगे। मारपीट के कारण मैं बेहद डर गई और आनन-फानन में प्रेग्नेंट बहू की डिलीवरी कराकर पोते और बहू को सुरक्षित घर ले आई। समाज के डर से मैं पुलिस को कुछ नहीं बता सकी, लेकिन आखिर में हिम्मत जुटाकर मैंने मामला दर्ज करवाया।” सास ने बताया।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पीड़ित महिला का मेडिकल कराया और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उधर, पुलिस ने कहा कि एम्बुलेंस चालक व कंपाउंडर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।