सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव का वाराणसी से नामांकन रद्द
नई दिल्ली। वाराणसी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को तेज बहादुर का नामांकन रद्द कर दिया। बता दें सरकारी नौकरी से बर्खास्त किए गए लोगों को चुनाव लड़ने से पहले चुनाव आयोग से अनुमति लेना जरूरी होता है लेकिन तेज बहादुर ने ऐसा नहीं किया था। इतना ही नहीं उन्होंने अपने नामांकन पत्र में बर्खास्तगी की अलग अलग वजह बताई थी, जिसके बाद उनका नामांकन रद्द कर दिया गया।
नामांकन पत्रों की जांच के बाद तेज बहादुर यादव द्वारा दाखिल दो नामांकन पत्रों में बीएसएफ से बर्खास्तगी की दो अलग-अलग जानकारी सामने आई थी। इसके बाद उन्हें 24 घंटे के अंदर बीएसएफ से एनओसी लेकर जवाब देने को कहा गया था। तेज बहादुर से नोटिस में कहा गया था कि वह बीएसएफ से एनओसी लेकर आएं, जिसमें यह साफ किया गया हो कि उन्हें किस वजह से नौकरी से बर्खास्त किया गया था।
शनिवार को बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने पहले निर्दलीय फिर सपा के चुनाव चिन्ह पर नामांकन किया था। इसमें एक में बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया था लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी। मंगलवार को पर्चों की जांच के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय ने तेज बहादुर को नोटिस जारी करते हुए 1 मई तक जवाब देने का समय दिया। कोई जवाब न मिलने पर उनका नामांकन रद्द कर दिया गया।