राम मंदिर : रामनवमी में भी अयोध्या में श्रीराम की चर्चा नहीं, जानिए क्यों
राम मंदिर राजनीतिक मुद्दा बनने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि रामनवमी के समय में भी अयोध्या में राम की बात नहीं हो रही है। चुनाव का माहौल है लेकिन इसके बावजूद इस मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं है।
लोकसभा चुनाव के प्रचार में इस बार यूपी में राम मंदिर आंदोलन की बात नहीं मिली है। पार्टियों के घोषणापत्र में भी राममंदिर का ज़िक्र कम ही हुआ है। रामनवमी के समय भी अयोध्या में भी ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ का नारा सुनने को नहीं मिल रहा है।
अयोध्या के कई संत समाज का मानना है कि बालाकोट का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए राम मंदिर से अधिक महत्व रखता है। वो पिछले चुनाव की तरह इसी मुद्दे को अपनी रैलियों का केंद्र बना रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए लंबी लाइन लगाई। लेकिन क्या इस बार राम मंदिर पर सरकार की इस अनदेखी को अयोध्या की जनता पास करती है या नहीं ये खुद जनता बताएगी।