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‘वहां बलात्कार करना ‘खुदा’ की इबादत का एक तरीका था’
ISIS की चंगुल में रही 28 साल की नूर के पति अभी तक नहीं मिले हैं। नूर कहती हैं कि उन्हें इस दौरान पांच से अधिक बार खरीदा और बेचा गया। उनके साथ साथ यह सलूक से अन्य महिलाओं के साथ भी हुआ।
अपनी आपबीती बताते हुए नूर ने कहा
ISIS के चंगुल में रहने के दौरान अपनी आपबीती बताते हुए नूर ने कहा कि वहां गैर-मुस्लिम महिलाओं के साथ बलात्कार करना असल में अपने ‘खुदा’ की इबादत का एक तरीका था। ISIS ने अपने कब्जे वाले इलाके में कई ऐसे बाज़ार बनाए हैं, जहां छोटी-छोटी बच्चियों और महिलाओं की नीलामी होती थी। यहां तक कि ISIS ने ऑनलाइन भी महिलाओं को बेचना शुरू किया।
नूर ने बताया कि बहुत बार मेरे दिल में ख्याल आया कि मैं मर जाऊं, खुद को खत्म कर लूं, लेकिन अपने बच्चों की खातिर मुझे जीना पड़ा। ISIS अपने क्रूर तरीकों के लिए जाना जाता है, लेकिन यजिदी समूह के साथ इनका रवैया डरावना था।