राजस्थान का चित्तौड़ किला भी एक ऐतिहासिक किला है, जहां रानी पद्मावती का जौहर कुंड आज भी मौजूद है, मगर आज भी इस जौहर कुंड के पास जाने की हिम्मत किसी के पास नहीं है। इस जोहर कुंड की दीवारें आज भी आग से लिपटी हुई जली हुई नजर आती हैं।
इस जौहर कुंड में कई राजा दफन है। कहा जाता है, कि यह नकारात्मक शक्तियां है। पद्मावती जैसी रूपवती और वीर स्त्री इतिहास में ही शायद कभी हुई होगी। रानी पद्मावती सिंघल प्रदेश के राजा गंधर्व और रानी चंपावती की बेटी थी। वह दिखने में बहुत ही खूबसूरत थी और उनकी पुत्री की वजह से उनके कई दुश्मनी भी हो गए।
इस जौहर कुंड में कई राजा दफन है
उनकी शादी चित्तौड़ के राजा रतन सिंह से हुई। वह बहुत ही वीर बहादुर थे। अलाउद्दीन खिलजी ने उनसे युद्ध किया और बदले में रानी पद्मावती को मांगा। इस से गुस्सा होकर राजा रतन सिंह ने अलाउद्दीन खिलजी से लड़ाई की मगर अलाउद्दीन खिलजी ने छल कपट करके राजा रतन सिंह की हत्या कर दी। छल कपट के मामले में अलाउद्दीन खिलजी उस्ताद था। अलाउद्दीन खिलजी ने सत्ता के लिए अपने पिता को भी जेल में बंद कर दिया था।
जब यह खबर रानी पद्मावती को मिली, तो उन्होंने सभी के साथ स्वयं को अग्नि में झोंक दिया। उन्होंने सबसे पहले इस अग्नि कुंड में छलांग लगाई, क्योंकि वह अच्छे से जानती थी, कि उन्हें जबरन इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया जाने वाला है। ऐसे में वह किसी के हाथ नहीं लगना चाहती थी, इसलिए उन्होंने सोचा कि इससे मैं अग्नि कुंड में कूदना पसंद करूंगी। कहा जाता है, कि आज भी इस जौहर कुंड में चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई देती हैं।
रानी पद्मावती के जौहर कुंड की घटना को पद्मावत फिल्म में भी दर्शाया गया है।