पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट कटा, रविशंकर प्रसाद होंगे प्रत्याशी
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में बीती रात करीब 8 घंटे का महामंथन चला। बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शाम करीब 6.30 बजे से शुरू होकर करीब 2.30 बजे तक चली। पीएम मोदी पूरी मीटिंग में एक-एक नाम सुनते रहे और पार्टी नेताओं के साथ मिलकर फैसला लेते रहे।
इंतजार तो था कि पार्टी करीब 100 नामों का एलान कर देगी, लेकिन शाम से रात हो गई। रात से आधी रात और ऐसे ही मंथन का दौर चलता रहा। तब जाकर 2019 के आगामी चुनावी समर के लिए पार्टी ने कई नामों पर फैसला ले लिया। इसके मुताबिक, रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से टिकट मिला है। 2014 में शत्रुघ्न सिन्हा ने यहां से चुनाव लड़ा था। लेकिन बागी तेवर के चलते उनका टिकट कट गया है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी में बने रहते हैं या फिर किसी दूसरे दल का दामन थामकर रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से टक्कर देंगे। हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वे किसी भी हालत में पटना साहिब से ही चुनाव लड़ेंगे, अपना संसदीय सीट नहीं बदलेंगे, फिर परिस्थिति चाहे जैसे भी हो। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक शत्रुघ्न सिन्हा आरजेडी या फिर कांग्रेस की टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ सकते हैं।
आपको बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा 2009 और 2014 में पटना साहिब सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। जातीय समीकरण के आधार पर पटना साहिब को कायस्थों के दबदबे वाली सीट माना जाता है। यहां कायस्थों के बाद यादव और राजपूत वोटरों का बोलबाला है। पिछले दो चुनावों से यहां कांग्रेस के उम्मीदवार नंबर दो रहे हैं। ऐसे में हो सकता है कि बिहार में महागठबंधन के तहत ये सीट कांग्रेस के खाते में चला जाए। सियासी जानकारों के मुताबिक यहां के कायस्थ मतदाताओं का झुकाव बीजेपी की पक्ष में रहता है, ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस से उतरने पर यहां मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।