महिलाएं नए भारत के संस्कार गढ़ने में सक्रिय भूमिका निभा रहीं : मोदी
वाराणसी, 8 मार्च (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां कहा कि महिलाएं अपनी सक्रिय भागीदारी के जरिए नए भारत के नए संस्कार गढ़ने में अहम भमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि चाहे गांव हो या शहर, महिलाओं को उद्यमिता के अवसर मिलने में परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मातृत्व अवकाश को 12 हफ्ते से बढ़ाकर 26 हफ्ते करने का फैसला भी केंद्र सरकार ने किया है। मोदी शुक्रवार को वाराणसी के पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल पहुंचे। यहां उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय आजीविका सम्मेलन में शामिल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ संवाद किया।
मोदी ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर पर मैं आप सभी को, देश की हर बेटी, हर बहन को नमन करता हूं। आप सभी नए भारत के नए संस्कार गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।”
मोदी ने कहा, “रात की शिफ्ट में महिलाएं काम कर सकें, इसके लिए हमारी सरकार ने नियमों को बदला है। कामकाजी महिलाओं के छोटे बच्चों के लिए दफ्तर में क्रेच की भी व्यवस्था की गई है। हाल ही में सरकार द्वारा फैसला किया गया है कि भारतीय सैन्य सेवाओं के कुछ क्षेत्रों में महिलाओं को परमानेंट कमीशन दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह समर्पित है। जन्म से लेकर जीवन के हर चरण में बेटियों और बहनों की रक्षा और सशक्तिकरण के लिए तमाम योजनाएं चल रही हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश के अलग-अलग कोनों से यहां पधारीं कर्मशील बहनों का मैं वंदन, अभिनंदन करता हूं और काशी के सांसद के रूप में आपका स्वागत भी करता हूं। आज कार्यक्रम में आप अकेले नहीं हैं। मुझे बताया गया कि 75 हजार महिलाएं भी देश भर से जुड़ी हुई हैं। हजारों कामन सर्विस सेंटर पर महिलाएं कार्यक्रम देख रही हैं। मंत्री और मुख्यमंत्री भी मौजूद हैं, उनका स्वागत और वंदन करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “महिला सशक्तिकरण की एक बड़ी प्रतीक देवी अहिल्याबाई होल्कर ने ही बाबा विश्वनाथ के मंदिर को वर्तमान स्वरूप देने का काम किया था।”
मोदी ने कहा, “मंच से जिन बहनों ने अपने संघर्ष की सफल कहानी सुनाई, उससे ही सभी बहनों को प्रेरणा मिली और यहां पर उपस्थित सभी महिलाओं में बहुत जज्बा है।”