एप्स अभी भी यूजर की सहमति बगैर डेटा फेसबुक को साझा कर रहे
सैन फ्रांसिस्को, 6 मार्च (आईएएनएस)| फेसबुक के भारत और अमेरिका में किशोरों को रिश्वत देकर यूजर्स के डेटा इकट्ठा करने के आरोपों का सामना करने के बावजूद सर्च सर्विस येल्प और भाषा सिखाने वाले प्लेटफॉर्म डुओलिंगो जैसे प्रमुख एंड्रोएड एप्स अभी भी यूजर्स के निजी डेटा उनकी अनुमति बगैर फेसबुक विज्ञापन ट्रैकिंग से साझा कर रहे हैं। लंदन स्थित निगरानी संस्था प्राइवेसी इंटरनेशनल (पीआई) की रिपोर्ट में कहा गया है, “मुस्लिम प्रार्थना के दो एप्स, बाइबिल का एक एप के साथ-साथ जॉब सर्चिग एप इंडीड पर भी विज्ञापन के उद्देश्य से फेसबुक को डेटा साझा करने का आरोप लग चुका है।”
विज्ञापन निगरानी के अतिरिक्त, फेसबुक कंटेंट लॉग्स, कॉल हिस्ट्री, एसएमएस डेटा और रियल-टाइम लोकेशन जैसी जानकारियां अपने प्लेटफॉर्म पर फ्रेंड सजेशंस जैसे अन्य फीचर्स को सुधारने के लिए इकट्ठे करता रहा है।
इसी तरह, विभिन्न आईओएस एप-निर्माता संवेदनशील स्वास्थ्य, फिटनेस और वित्तीय जानकारियां सोशल नेटवर्क पर साझा करने के लिए कस्टम एप इवेंट्स नामक फेसबुक एनालिटिक्स का उपयोग करते हैं।
द वर्ज की रपट के अनुसार, “पीआई कहती है कि वह डुओलिंग के संपर्क में है और कंपनी इस कार्यवाही को बंद करने के लिए राजी हो गई है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि एंड्रोएड या आईओएस ईकोसिस्टम में और कितने एप हैं, जो एप्पल और गूगल के डेटा संग्रह चुरा रहे हैं।”
पिछले महीने खबरों में आया था कि फेसबुक ने अपने अनपेड मार्केट रिसर्च कार्यक्रमों को बंद करने का निर्णय लिया है।