वेस्टइंडीज टीम की जर्सी पहनना सम्मान की बात : गेल
दुबई, 3 मार्च (आईएएनएस)| वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के धुरंधर बल्लेबाज क्रिस गेल ने घर में अपना अंतिम वनडे मैच खेलने के बाद कहा कि टीम की जर्सी पहनना उनके लिए बेहद सम्मान की बात है। आईसीसी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, गेल ने शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ घर में अपना आखिरी एकदिवसीय मैच खेला। उन्होंने इस मैच में 27 गेंदों पर पांच चौकों और नौ छक्के की मदद से 77 रन की तूफानी पारी खेली।
39 वर्षीय गेल ने इस सीरीज और अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के दौरान असीम प्यार और समर्थन जताने के लिए कैरेबियाई क्रिकेट प्रेमियों का आभार जताया।
गेल ने इंग्लैंड में मई-जून में होने वाले आगामी विश्व कप के बाद क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है।
आईसीसी वेबसाइट ने गेल के हवाले से रविवार को कहा, “कैरेबियाई में यह मेरा आखिरी वनडे सीरीज है। इसलिए मैं प्रशंसकों का अच्छी तरह से मनोरजंन कर रहा था। पूरे टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने दोनों टीमों का शानदार समर्थन किया। अगर यह (मैच) जमैका में होता तो और अच्छा होता। लेकिन यहां पर भी काफी संख्या में दर्शक पहुंचे।”
उन्होंने कहा, “वेस्टइंडीज टीम की जर्सी पहनना और कैरेबियाई लोगों का मनोरजंन मेरे लिए सम्मान की बात रही। वेस्टइंडीज नंबर वन है और एक कैरेबियाई क्रिकेटर के रूप में आपके लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि हो सकती है।”
गेल ने सीरीज के चार मैचों में 134 के स्ट्राइक रेट से 424 रन बनाए हैं।
टी-20 के बॉस गेल को 2018 में आईपीएल नीलामी में किसी टीम ने भी नहीं खरीदा था। लेकिन इसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया।
उन्होंने कहा, “मैं अपनी फॉर्म का शुक्रगुजार हूं। मैं टी-20 टूर्नामेंट में अधिक रन नहीं कर पा रहा था। जब आपको रन बनाने का मौका मिलता है, तो इसे आप भुनाने की कोशिश करते और स्कोर करते हैं। लेकिन मेरे घरेलू परिस्थितियों में खेलना, सबसे अच्छी बात रही और इसके लिए मैं खुश और आभारी हूं।”
गेल ने आगे कहा, ” मैंने कैसा प्रदर्शन किया और कितने छक्के लगाए, इसे लेकर मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं। यह मेरा स्वभाविक खेल है। टी 20 में, मैंने बहुत से छक्के लगाए हैं। लेकिन यह पहली बार है जब एक दिवसीय सीरीज में मैंने 39 साल की उम्र में 39 छक्के लगाए हैं।”
विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा, “मेरी यह सोच है कि जब मैं 60 साल का हो जाऊं, तब भी मैं यह सोचूंगा कि मैं इसे कर सकता हूं। मुझे अभी भी लगता है कि मैं दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों के खिलाफ रन बना सकता हूं। मेरी यह सोच कभी नहीं बदलेगी।”