चरमपंथी संगठनों ने नियोजित तरीके से महिलाओं को गुलाम बनाया : गुटेरेस
संयुक्त राष्ट्र, 2 मार्च (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि चरमपंथी संगठनों ने नियोजित तरीके से सैकड़ों, हजारों महिलाओं को गुलामी, यौन शोषण, अपहरण, तस्करी और अन्य भयावह कामों के लिए अपने अधीन किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, फ्रेंड्स ऑफ प्रिवेंटिंग वायलेंट एक्स्ट्रिमिज्म के समूह की एक बैठक में शुक्रवार को उन्होंने कहा कि आईएस, बोको हराम और अन्य इस तरह के समूह इन सबके लिए जिम्मेदार हैं।
फ्रेंड्स ऑफ प्रिवेंटिंग वायलेंट एक्सट्रीमिज्म समूह की सह-अध्यक्षता जॉर्डन और नॉर्वे द्वारा की गई और सितंबर 2017 में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में यह लांच किया गया था।
गुटेरेस ने कहा, “आतंक फैलाने वाले इन और कई अन्य समूहों में समान बात यह है कि ये विशेष रूप से महिलाओं के अधिकारों को निशाना बनाते हैं।”
उन्होंने कहा, “यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, कि महिलाओं के अधिकारों को छीनना अक्सर हिंसक चरमपंथ के प्रसार के शुरुआती चेतावनी संकेतों में से है।”
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान इस बात पर है कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा कैसे की जाए, उनकी आवाज और विशेषज्ञता को हमारी रणनीतियों के केंद्र में कैसे रखें और संयुक्त हिंसक चरमपंथ को सीमित करने और रोकने के लिए उनके साथ मिलकर काम करें।
गुटेरेस ने बताया कि नाइजीरिया में, संयुक्त राष्ट्र ने राष्ट्रीय आतंकवाद और हिंसक प्रयासों को रोकने के लिए एक जेंडर डेस्क स्थापित करने में मदद की है, जिसमें अतिरिक्त महिला जांचकर्ताओं की भर्ती की गई है। उत्तर अफ्रीका में संयुक्त राष्ट्र राष्ट्रीय संस्थानों को हिंसक चरमपंथ के लैंगिक विशिष्ट आयामों के अनुसंधान के शोध में सहयोग दे रहा है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि अगले कुछ महीनों में संयुक्त राष्ट्र इस संबंध में एक हैंडबुक लांच करेगा।