आँखे नम कर देगी शहीद पंकज नौहवार के सवा साल के बेटे रुद्रांश की ये बात
कश्मीर के बडग़ाम में एमआइ-17 हेलीकॉप्टर के क्रेश होने पर शहीद हुए एयरमैन पंकज नौहवार की अंतिम यात्रा हजारों लोग मथुरा के जरेलिया गांव में उमड़ पड़े।
यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे बाजना कट के समीप शहीद पंकज का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। अंतिम संस्कार स्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं।
शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए सांसद हेमा मालिनी, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, विधयाक श्याम सुंदर शर्मा, रालोद के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, एमएलसी संजय लाठर, ब्रज फाउंडेशन के संस्थापक विनीत नारायण, संयुक्त जाट आरक्षण समति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच पी सिंह परिहार समेत कई नेता शहीद का अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे।
शहीद का सवा साल का बेटा रुद्रांश सारी चीजों से है बेखबर
जम्मू एवं कश्मीर के बड़गांव में शहीद हुए पंकज नौहवार की शादी 2015 में मेघना से हुई थी। उनका सवा साल का बेटा रुद्रांश सारी चीजों से बेखबर है।
अपने परिवार के साथ कभी रोता है तो कभी हंसता है। चश्मे के कवर को हाथ में लेकर वह यह समझ रहा है कि उसके पास फोन है। बार-बार वह चश्मे के कवर को अपने कान से लगाता है। शायद अपने पापा से बात करना चाहता है।
अभी सवा साल का है, इसलिए बोल नहीं सकता है। पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है। पंकज के रिश्तेदार फौरन सिंह ने बताया कि विंग कमांडर का फोन आया था। उन्होंने बताया कि पंकज का विमान क्रैश हो गया है। उन्होंने पंकज की तारीफ की। कहा कि जिस तरह से हमारा बेटा गया है, उसी तरह से पाकिस्तान का भी बेटा जाना चाहिए। हम बदला चाहते हैं।