मोदी ने युद्ध स्मारक के उद्घाटन मौके पर कांग्रेस पर साधा निशाना
नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर देश हित के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि वहां ‘नेशन फर्स्ट’ के बजाय ‘फैमिली फर्स्ट’ का विचार था।
मोदी ने गांधी परिवार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख रक्षा घोटालों में एक परिवार की तरफ संकेत बहुत कुछ कहता है।
यहां नेशनल स्टेडियम में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के उद्घाटन अवसर पर पूर्व सैनिकों की एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “जो अपने को देश के भाग्य निर्णायक कहते हैं, उन्होंने बलों के साथ अन्याय किया है और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है।”
मोदी ने कहा, “उन्होंने सेना व राष्ट्रीय सुरक्षा को कमाई का जरिया बनाया है। वे शहीदों को भुला देना चाहते थे।”
गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर (अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर) तक सभी जांच एक परिवार के तरफ जाती है और यह बहुत कुछ कहता है।”
फ्रांस से हुए 36 राफेल लड़ाकू विमान सौदे की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा आलोचना को लेकर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “अब ये लोग सभी तरह की युक्ति का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे आधुनिक विमान भारत नहीं आए।”
उन्होंने कहा, “लेकिन अगले कुछ महीनों में पहला राफेल आसमान में उड़ान भरेगा और इनकी सभी साजिश खत्म हो जाएगी।”
कांग्रेस पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, “कुछ लोगों का मानना है कि उनका पारिवारिक हित राष्ट्र हित से पहले है।”
उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्ल्यूएम) का उद्घाटन हो रहा है। राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की भी यही कहानी थी। ढाई दशक पहले स्मारक फाइल लाई गई थी। इस पर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय थोड़ा कार्य हुआ, लेकिन सरकार बदलने के साथ स्थिति वही बनी रही।
मोदी ने कहा, “आज लोग पूछ रहे हैं कि वीरों व शहीदों के साथ इस तरह का अन्याय क्यों किया गया? क्या कारण थे जिससे शहीदों पर ध्यान नहीं दिया गया। इंडिया फर्स्ट या फैमिली फर्स्ट।”
उन्होंने कहा, “इससे पहले स्कूल से लेकर अस्पताल तक, राजमार्ग से लेकर हवाईअड्डों व पुरस्कार तक सिर्फ एक परिवार का नाम था।”
मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार देश के सशस्त्र बलों को मजबूत करने के लिए आधुनिक हथियार ला रही है।
उन्होंने कहा, “राष्ट्र हित के प्रमुख रक्षा फैसले अब बिना किसी देर के लिए जा रहे हैं, जिन्हें पहले नजरअंदाज किया गया या रोका गया।”