विश्वासघात के लिए एन. चंद्रबाबू नायडू को पुरस्कार मिलना चाहिए : अमित शाह
राजामुंद्री (आंध्र प्रदेश), 21 फरवरी (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि अगर राजनीति में विश्वासघात के लिए देश में पुरस्कार दिया जाता तो निश्चित रूप से वह पुरस्कार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को मिलता। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उनका विश्वासघात का एक लंबा इतिहास रहा है।
शाह ने कहा, “सबसे पहले उन्होंने महान एनटीआर को धोखा दिया, उसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी को और अब उन्होंने अपने राजनीतिक हितों के लिए नरेंद्र मोदी के साथ विश्वासघात किया है।”
पुलवामा आतंकी हमले पर तेदेपा नेता के बयान का संदर्भ देते हुए भाजपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि नायडू, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर भरोसा करते हैं, न कि भारतीय प्रधानमंत्री पर। उन्होंने कहा, “किसी को अपने राजनीतिक हितों के लिए इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए।”
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंच बनाने के लिए भाजपा ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है, जिसके लिए यह जनसभा आयोजित की गई थी।
शाह एक दलित महिला पी. ज्योति के घर भी गए, जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिला है। उन्होंने कहा कि मोदी ने उनके जैसे करोड़ों भारतीयों के सपने पूरे किए हैं। उन्होंने दावा किया कि इस योजना के लाभार्थियों में सबसे अधिक संख्या आंध्र प्रदेश की है।
भाजपा प्रमुख ने कहा कि तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस, दोनों भ्रष्ट और वंशवादी पार्टियां हैं, जो आंध्र का कभी भला नहीं कर सकतीं।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के 14 में से 10 कार्यों को मोदी सरकार ने पांच साल में पूरा किया है जबकि समय-सीमा 10 साल थी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने राज्य को 20 बड़े संस्थान दिए हैं, जिनमें आईआईटी, आईआईआईटी, एनआईटी, आईआईएम, एम्स और आंध्र प्रदेश का केंद्रीय व जनजातीय विश्वविद्यालय शामिल हैं लेकिन चंद्रबाबू नायडू अभी भी केंद्र पर राज्य के विकास में मदद नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं।
शाह ने कहा, “चंद्रबाबू नायडू दिल्ली, बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक में धरने पर बैठे। अगर वह धरने पर बैठना चाहते हैं, तो उन्हें अपने पार्टी कार्यालय के सामने बैठना चाहिए, जिसने पिछले पांच वर्षों में आंध्र के विकास के लिए कोई काम नहीं किया है।”
उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने राज्य की राजधानी अमरावती के विकास व पोलावरम परियोजना के निर्माण के लिए सभी आवश्यक धनराशि प्रदान की लेकिन तेदेपा सरकार उसे ठीक से खर्च नहीं कर पाई।
उन्होंने कहा, “इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है।”
शाह ने कहा कि तटीय राज्य आंध्र में 55,400 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि काकीनाडा ग्रीनफील्ड पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का काम जल्द ही शुरू होगा। इस परियोजना में एचपीसीएल और गेल ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है।