विश्व को आतंकवाद, इसके समर्थकों के खिलाफ कड़ा कदम उठाना चाहिए : मोदी
नई दिल्ली, 18 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि दुनिया को आतंकवाद और इसका समर्थन करने वालों के खिलाफ निश्चित ही एकजुट होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलवामा आत्मघाती हमले के मद्देनजर बातचीत की संभावना समाप्त हो गई है। उन्होंने यह कड़ा संदेश अर्जेटीना के आगंतुक राष्ट्रपति मौरिशियो मैक्री के साथ हैदराबाद हाउस में हुई बैठक के बाद दिया।
दोनों देशों ने पुलवामा हमले की कड़ी निंदा की, जिसमें सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए।
मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति मैक्री और मैं सहमत हुए कि आतंकवाद विश्व की शांति और स्थिरता में सबसे बड़ा खतरा है। पुलवामा आतंकी हमला दिखाता है कि बातचीत का वक्त समाप्त हो गया है। अब पूरी दुनिया का आतंकवाद और उसके समर्थकों के विरुद्ध एकजुट होने और इसके विरुद्ध कार्रवाई करने का समय आ गया है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आतंकवादी और जो मानवता के विरुद्ध हैं, उनके खिलाफ कदम उठाने में हिचकिचाना भी आतंकवाद को बढ़ावा देना है।”
मोदी ने कहा कि यह जी-20 देशों के लिए महत्वपूर्ण है कि हैम्बर्ग नेताओं के बयान के 11-प्वांइट एजेंडा का कार्यान्वयन किया जाए।
प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के नए सदस्य के रूप में अर्जेटीना का स्वागत किया।
मैक्री ने अपने बयान में आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा, “हम किसी भी तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं। यह स्वस्थ सह-अस्तित्व के खिलाफ है। मैं मानव जाति के संकट के विरुद्ध एकसाथ लड़ने का मौका पाकर खुश हूं।”
मैक्री मोदी के निमंत्रण पर तीन दिवसीय भारत दौरे पर आए हुए हैं। मैक्री यहां रविवार को अपनी पत्नी जुलियाना अवादा के साथ आए। उनका सोमवार सुबह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में पारंपरिक स्वागत हुआ।
मोदी और मैक्री की यह पांचवी मुलाकात थी और मैक्री ने कहा कि ‘यह पहले मुलाकात से ही हमारे बीच बनी अच्छी केमेस्ट्री को बताता है।’
उन्होंने कहा कि नवंबर 1924 में रबिंद्रनाथ टैगौर का ब्यूनस आयर्स जाना ‘संबंधों में एक मील का पत्थर था।’
मोदी ने अर्जेटीना को ‘कृषि का पॉवरहाउस’ करार दिया और कहा कि भारत ने 2030 तक इलेक्ट्रिसिटी से 30 प्रतिशत वाहनों को चलाने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा, “अर्जेटीना लिथियम ट्राइंगल का भाग है और लिथियम भंडार का 54 प्रतिशत उसके पास है।”
उन्होंने कहा कि अर्जेटीना में संयुक्त उपक्रम के माध्यम से खनिज खनन के क्षेत्र में कार्य शुरू हो चुका है।
दोनों पक्षों ने रक्षा, कृषि, पर्यटन और प्रसारण सामग्री के क्षेत्र समेत 10 क्षेत्रों में समझौते पर हस्ताक्षर किया।