IANS

बिहार सरकार शहीदों के परिजनों को 36 लाख रुपये सहायता देगी

पटना, 16 फरवरी (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के दो जवानों के परिजनों को राज्य सरकार 36-36 लाख रुपये सहायता देगी। इसके पहले राज्य सरकार किसी शहीद को 11 लाख रुपये की सहायता देती थी। अब मुख्यमंत्री राहत कोष से अतिरिक्त 25-25 लाख रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद के परिजनों को जो भी जरूरी सहायता होगी, वह दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यहां कहा, “शहीदों के परिजनों को राज्य सरकार से मिलने वाली 11 लाख रुपये की राशि के अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष से 25 लाख रुपये सहायता के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा अन्य मदद भी की जाएगी।”

पत्रकारों के एक प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, “यह जगजाहिर है कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों को सहयोग एवं सहारा मिलता है। वे आतंकवादी गतिविधियों से दुनिया को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “इस तरह की घटना बर्दाश्त करने वाली बात नहीं है। हमारे बिहार के दो जवान शहीद हुए हैं और एक जवान घायल भी हुआ है। जो जवान शहीद हुए हैं, हम उनके परिवार के लिए जो भी जरूरी है, उसे करेंगे।”

उन्होंने कहा, “शहीदों के परिजनों से मिलकर उनकी आवश्यकताओं जैसे पढाई-लिखाई, शादी-विवाह एवं अन्य जरूरतों की जानकारी लेकर हम सब सहयोग करेंगे।”

पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम तो उठाने ही होंगे। इसके जवाब में कौन-सा कदम उपयुक्त होगा, यह निर्णय लेना केंद्र का काम है। लेकिन इसका जवाब तो मिलेगा।”

कश्मीरी अलगाववादियों से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में नीतीश ने कहा कि इन सब चीजों को भी देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि “ऐसी घटना पूर्व में नहीं घटी थी। इस घटना के बाद जिस तरह देश के लोगों का मिजाज है, उसके हिसाब से जबदस्त कार्रवाई करनी होगी।”

इससे पहले पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के दोनों सपूतों -रतन कुमार ठाकुर और संजय कुमार सिन्हा- के पार्थिव शरीर शनिवार को पटना हवाईअड्डे पहुंचे। पार्थिव शरीरों के यहां पहुंचते ही पूरा हवाईअड्डा परिसर ‘भारत माता की जय’, ‘शहीद अमर रहे’ जैसे नारों से गूंज उठा।

बिहार के दोनों शहीद सपूतों के पार्थिव शरीर को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र समर्पित कर उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित की।

 

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