जेजे ने हासिल किया फॉर्म, चेन्नइयन एफसी के लिए अच्छी खबर
मुंबई, 12 फरवरी (आईएएनएस)| मौजूदा विजेता चेन्नइयन एफसी और उसके स्टार खिलाड़ी जेजे लालपेखुलआ हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजनको हर हाल में भुलना चाहेंगे। मौजूदा विजेता इस सीजन खिताब की रेस से बाहर हो गए हैं, लेकिन बेंगलुरू एफसी को मात देते हुए टीम ने अंतत: कुछ हासिल तो किया है।
बेंगलुरू पर जीत चेन्नइयन की इस सीजन 15 मैचों में महज दूसरी जीत है, लेकिन यह जीत उस टीम के खिलाफ आई जिसे मात देते हुए चेन्नइयन ने बीते साल खिताब जीत था। इस मैच की सबसे अहम बात यह रही कि वह गोल के सूखे को खत्म करने में सफल रहे और चेन्नइयन को बढ़त दिलाने में भी सफल रहा।
यह गोल हालांकि बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योंकि नीशू कुमार गेंद को क्लीयर नहीं कर पाए और इसका फायदा उठाते हुए जेजे ने गोल किया। इसके बाद भी बेंगलुरू के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू अच्छा कर सकते थे लेकिन गेंद उनके दस्तानों से स्लिप होकर नेट में चली गई।
यह शायद जेजे और चेन्नइयन की किस्मत ही थी। जेजे इसी के साथ आईएसएल के सभी पांच सीजनों में गोल करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
जेजे ने कहा, “मैं काफी लंबे समय से मेहनत कर रहा था और अंतत: गोल करने में सफल रहा। मैं सभी प्रशंसकों का मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद देता है। यह गोल और जीत के हम हकदार थे। हम हर दिन मेहनत करते हैं।”
इसमें कोई इत्तेफाक नहीं है कि जेजे का गोल न कर पाना चेन्नइयन के खिताबी रेस से बाहर होने का एक कारण भी है। बीते साल मीजो स्नाइपर के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी ने अपनी टीम को खिताब दिलाने में मदद की थी। उन्होंने बीते साल 20 मैचों में नौ गोल किए थे।
इस सीजन हालांकि चेन्नइयन के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा है। जब टीम का मुख्य खिलाड़ी गोल करने में असफल रहता है तो टीम संघर्ष करती है और यही इस सीजन टीम का बड़ा कारण रहा है। इस सीजन टीम की आक्रामक नीति लीग में अब तक की सबसे बुरी साबित हुई है।
खराब फॉर्म से गुजरना स्ट्राइकर के लिए नई बात नहीं है, लेकिन जेजे का लंबे समय तक गोल न करना
दिन ब दिन हर मैच में बिना गोल किए रहना खिलाड़ी के आत्मविश्वास में गिरावट लाता है। मिजोरम के रहने वाले जेजे हालांकि लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं। बेंगलुरू के खिलाफ किए गए गोल से पहले उनके हिस्से 22 गोल थे।
लीग के पहले दो सीजनों में जेजे की गोल कंवर्जन रेट 27 प्रतिशत थी जो इस सीजन नीचे गिरते हुए 12 प्रतिशत पर आ गई है। इस गिरावट से निश्चित ही जेजे के आत्मविश्वास में कमी आई होगी।
बेंगलुरू के खिलाफ लीग का 23वां गोल करने के बाद जेजे, हो सकता है कि अपना स्कोरिगं टच हासिल कर लें। इससे पहले उन्होंने एएफसी एशियन कप-2019 में थाईलैंड के खिलाफ गोल किया था। इन दो गोलों से उनके आत्मविश्वास में जरूर वृद्धि होगी।
कौन जाने कि लंबे अंधकार के बाद सीजन के अंत में ही जेजे और चेन्नइयन के लिए कुछ सकारात्मकता छुपी हो। चेन्नइयन और जेजे अभी भी एएफसी कप और हीरो सुपर कप में शानदार प्रदर्शन कर सीजन का अच्छा अंत कर सकते हैं।