त्रिपुरा दक्षिणपूर्व एशियाई देशों का प्रवेश द्वार होगा : पीएम
अगरतला, 9 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश सरकार की मदद से और उनके बंदरगाहों और अन्य अवसंरचनाओं के प्रयोग से त्रिपुरा दक्षिणपूर्व एशियाई देशों का प्रवेश द्वार हो सकता है। असम और मिजोरम के साथ अपनी 165 किलोमीटर लंबी सीमा के अलावा त्रिपुरा चारों तरफ से बांग्लादेश से घिरा हुआ है, जिसके साथ इसकी 856 किलोमीटर सीमा लगती है।
प्रधानमंत्री ने यहां स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में चलाई जा रही विकास परियोजनाओं से त्रिपुरा देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य होगा।
हालांकि हिन्दी में दिए अपने 25 मिनट के भाषण में उन्होंने एक बार भी विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक का उल्लेख नहीं किया, जिसके विरोध में त्रिपुरा समेत समूचे उत्तर पूर्व में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
माकपा के राज्य के तीन सांसदों और त्रिपुरा स्टूडेंट फेडरेशन (टीएसएफ) ने विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में प्रधानमंत्री के शनिवार के कार्यक्रम का बहिष्कार किया। कांग्रेस ने भी इसी मुद्दे को लेकर काले झंडे लहराए और शहर में काले गुब्बारे छोड़े।
विपक्षी दलों के ‘महागठबंधन’ का मजाक उड़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि जिस पार्टी 55 साल से ज्यादा समय तक केंद्र सरकार का नेतृत्व किया, वह अब ‘मजबूर’ सरकार बनाने की उत्सुक है, जबकि भारतीय जनता पार्टी आगामी आम चुनावों के बाद एक ‘मजबूत’ सरकार का गठन करेगी।