पिछली सरकार ने अरुणाचल प्रदेश को नजरअंदाज किया : मोदी
ईटानगर, 9 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां कहा कि पिछली सरकार ने दशकों तक अरुणाचल प्रदेश को नजरअंदाज किया, लेकिन वह इसे बदलने के लिए यहां आए हैं। मोदी अपने एक दिवसीय दौरे के लिए यहां पहुंचे हैं। यहां आईजी पार्क में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पिछली सरकार ने दशकों तक इस राज्य को नजरअंदाज किया, लेकिन हम यहां इसे बदलने के लिए आए हैं। पूर्वोत्तर का विकास बेहतर तरीके से करके ही हम नए भारत का निर्माण कर सकते हैं।”
यहां पहुंचने के बाद, मोदी ने होल्लोंगी में ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे, सेला सुरंग और भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के स्थायी परिसर के निर्माण सहित चार हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के लिए समर्पित दूरदर्शन चैनल डीडी अरुणा प्रभा को भी लॉन्च किया और 110 मेगावॉट के पारे पनबिजली संयंत्र के साथ उन्नत तेजू हवाईअड्डा और पहाड़ी राज्य में 10 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों का उद्घाटन किया।
अरुणाचल को ‘उगते सूरज की धरती’ करार देते हुए प्रधानमंत्री ने भारी भीड़ से कहा कि केंद्र और मुख्यमंत्री पेमा खांडू की सरकार इस राज्य को मजबूत बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा, “अरुणाचल हमारे संकल्पों को मजबूती देता है। हम अरुणाचल के लिए 13 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। इससे परिवहन, स्वास्थ्य देखभाल बेहतर होगा और राज्य को फायदा होगा।”
मोदी ने कहा, “अरुणाचल प्रदेश देश का सुरक्षा द्वार है और हम इस राज्य के विकास के लिए हर कदम उठा रहे हैं।”
अरुणाचल के पास मौजूद जल संसाधन के उपहार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “इसके पास बिजली पैदा करने की क्षमता है। हालांकि अरुणाचल के इस उपहार का पिछली सरकारों ने उपयोग नहीं किया।”
उन्होंने कहा कि देश तभी प्रगति कर सकता है, जब पूर्वोत्तर विकास करेगा। उन्होंने कहा, “सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर काम करते हुए भाजपा राज्य का विकास करने का प्रयास कर रही है। हम न तो कभी भी बजट सीमित करेंगे और न अपनी इच्छाशक्ति।”
होल्लोंगी हवाईअड्डे की आधारशिला रखते हुए मोदी ने कहा, “आजादी के बाद से राज्य में कोई हवाईअड्डा ऐसा नहीं था, जहां आधुनिक संरचना हो या कनेक्टिविटी से जुड़ा हो। लेकिन भाजपा सरकार राज्य को दो हवाईअड्डे समर्पित कर रही है। हम उड़ान योजना के माध्यम से ऐसा करने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य के लोग अब सस्ती दरों पर उड़ान सेवा का इस्तेमाल कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “तेजू हवाईअड्डा 50 साल पहले बना था, लेकिन किसी सरकार ने इस राज्य को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के बारे में नहीं सोचा। हमने करीब 125 करोड़ रुपये खर्च कर इसका विस्तार किया।”
उन्होंने कहा कि हवाई संपर्क के अलावा केंद्र राज्य को रेलवे और सड़कों के माध्यम से बाकी देश के साथ भी जोड़ रहा है।
मोदी ने कहा, “हर राजधानी को रेलवे के साथ जोड़ने के हमारे मकसद के तहत हमने ईटानगर को देश के रेल नेटवर्क के साथ जोड़ा है।”
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में लगभग 1,000 गांव सड़कों से जुड़े हैं और ट्रांस अरुणाचल राजमार्ग पर भी काम जारी है।
उन्होंने कहा, “आपके पास जल्द ही सेला में एक सुरंग होगी, जिससे भारत-चीन सीमा स्थित तवांग शहर की यात्रा के समय में एक घंटे की कमी आएगी। यह सड़क सभी मौसम और पूरे वर्ष पहुंच में होगी।”
मोदी ने राज्य व मुख्यमंत्री खांडू को ‘सौभाग्य’ योजना के तहत हर घर में बिजली पहुंचाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “आज अरुणाचल प्रदेश ने जो हासिल किया है, वह जल्द ही पूरे देश को हासिल होगा।”
पर्यटन क्षेत्र के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र का विकास करने से युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे।
मोदी ने कहा, “लोग राज्य की संस्कृति के बारे में जानेंगे। राज्य की संस्कृति और रिवाज को बढ़ावा देने के लिए हमने अरुणाचल समर्पित पहला टीवी चैनल डीडी अरुणप्रभा लॉन्च किया है।”
देश के किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा सरकार ने इस साल अंतरिम बजट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना प्रस्तावित की है। उन्होंने कहा कि केंद्र अरुणाचल में जैविक खेती को बढ़ावा देने की ओर काम कर रही है।
उन्होंने भीड़ को यह भी बताया कि केंद्र ने अरुणाचल प्रदेश को 44 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछली सरकार द्वारा मुहैया कराई गई राशि से दोगुना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 110 मेगावॉट की 12 पनबिजली परियोजनाओं का भी उद्धघाटन किया, जो न केवल अरुणाचल प्रदेश के लिए, बल्कि उससे सटे राज्यों के लिए मददगार साबित होंगी।
मोदी शनिवार सुबह गुवाहाटी से ईटानगर पहुंचे थे।