किसानों को 17 रुपये देकर अपमान नहीं करेगी कांग्रेस : राहुल
भोपाल, 8 फरवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों को छह हजार रुपये सालाना देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना को लेकर तंज कसते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री को डराकर उनसे कोई भी काम कराया जा सकता है। उन्होंने वादा किया कि देश में कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों को 17 रुपये देकर अपमानित नहीं किया जाएगा। राहुल ने यहां जम्बूरी मैदान में आयोजित आभार सम्मेलन में कहा, “मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस की सरकारों ने किसानों के कर्ज माफ किए। आगे भी जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार आएगी, वहां के मुख्यमंत्री किसानों के कर्ज माफ करेंगे। किसान कोई तोहफा नहीं चाहता है, भीख नहीं चाहता है, उसे अपना हक चाहिए।”
राहुल ने किसानों को 6,000 रुपये वाíषक दिए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय पर तंज कसते हुए कहा, “जैसे ही राज्यों में कांग्रेस की सरकारें आईं और किसानों के कर्ज माफ किए गए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घबरा गए और उन्होंने खुद को किसानों का हमदर्द बताया। इससे साफ हो गया है कि नरेंद्र मोदी को डराकर उनसे कोई भी काम कराया जा सकता है।”
गांधी ने कहा, “कांग्रेस ने हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, कंप्यूटर क्रांति की। मोदी कहते हैं कि 17 रुपये देंगे, मगर कांग्रेस सत्ता में आने पर गरीबों के लिए न्यूनतम आमदनी योजना लागू करेगी। इसका अर्थ है कि हर गरीब को आमदनी देने का काम कांग्रेस करेगी।”
लोकसभा में किसानों के लिए इस सुविधा की घोषणा के दौरान के नजारे का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा, “लोकसभा में भाजपा सांसदों ने पांच मिनट तक मेज थपथपाई। बाद में पता चला कि किसानों को 17 रुपये दिन का दिया गया है। एक तरफ देश के 15 सबसे अमीर उद्योगपतियों के साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये माफ किए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर किसान परिवार के लिए 17 रुपये। अगर इसे परिवार में विभाजित किया जाए तो एक व्यक्ति के हिस्से साढ़े तीन रुपये आते हैं। यह तो कमाल हो गया। सरकार किसानों का अपमान कर रही है। देश में कांग्रेस की सरकार आने पर किसानों को 17 रुपये देकर अपमानित नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “जब अनिल अंबानी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या जैसे बड़े अमीरों के तीन लाख 50 हजार करोड़ रुपये माफ हो सकते हैं, तो किसानों का क्यों नहीं?”
गांधी ने राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा, “अखबारों में छपी खबरों से सामने आया है कि रक्षा मंत्रालय के अफसर कहते हैं कि राफेल मामले में प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्रालय को बताए बगैर फ्रांस की सरकार से सौदा किया।”
गांधी ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में एक घंटे 45 मिनट बोले, मगर उन्होंने एक मिनट भी राफेल की बात नहीं की। जबकि रक्षा मंत्रालय के सचिव कहते हैं कि मोदी ने समानांतर बातचीत की। इसने भारत की वायुसेना और रक्षा मंत्रालय की बातचीत की स्थिति को बिगाड़ने का काम किया। प्रधानमंत्री भले ही कुछ न बोलें, मगर सच्चाई छिपाई नहीं जा सकती है।”
गांधी ने जनता की ताकत का जिक्र करते हुए कहा, “राज्य में सरकार आपके कारण बनी है, कमलनाथ मुख्यमंत्री आपकी बदौलत बने हैं। इन्हें जनता का काम करना होगा।”
राज्य में पूर्व की भाजपा सरकार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “राज्य में 15 साल भाजपा और आरएसएस ने नौकरशाहों को नियंत्रित करके चलाया। कांग्रेस प्रदेश को नौकरशाहों के बल पर नहीं चलाएगी। कांग्रेस पंचायती राज के बल पर सरकार चलाती है, क्योंकि यह प्रदेश किसी संगठन का नहीं है, मोहन भागवत का नहीं है।”
किसान कर्जमाफी का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा, “कर्जमाफी सरकार का पहला कदम है। किसान के खेत के पास खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाएंगे। मप्र को कृषि का क्षेत्र बनाएंगे।”
कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिव और मध्य प्रदेश के गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जुमलेबाजी ने नेताओं की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाने का काम किया है।
सिंधिया ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जुमलेबाजी की, लोगों के खातों में 15 लाख रुपये आने की बात की, अच्छे दिन का वादा किया। इन वादों पर अमल नहीं हुआ, जिससे नेताओं की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न चिन्ह लग गया है।”
इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि देश की जनता मोदी सरकार को विदा करना चाहती है।
कमलनाथ ने कहा, “अभी मध्य प्रदेश की जनता ने राज्य विधानसभा में कांग्रेस का झंडा फहराया है, अगली लोकसभा में भी राज्य की जनता कांग्रेस का झंडा फहराएगी, राहुल गांधी देश के भावी प्रधानमंत्री हैं। देष के नौजवान, किसान, महिलाओं को तो इंतजार है कि कितनी जल्दी भाजपा की मोदी नेतृत्व वाली सरकार को विदा करें।”
आभार सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया सहित अनेक कांग्रेस नेता मौजूद थे।
राहुल इससे पहले विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। हवाईअड्डे से हेलीकॉप्टर के जरिए जम्बूरी मैदान पहुंचे। सभा को संबोधित करने के बाद गांधी वापस दिल्ली रवाना हो गए।