मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से राजनीति में आने को कहा
इंफाल, 26 जनवरी (आईएएनएस)| कई नागरिक संगठनों और छात्र संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस समारोहों का बहिष्कार किए जाने के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन ने शनिवार को राज्य के इन कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि वे राजनीति में शामिल हो जाएं, क्योंकि उनकी समानांतर विधानसभा चलाने की योजना है।
मणिपुर राइफल्स परेड ग्राउंड में बिरेन ने कहा, “नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2016 का अध्ययन करना लोगों के लिए उचित है। यदि ऐसा प्रतीत होता है कि यह लोगों के हित में नहीं है, तो हमारी पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) इसके विरोध की अगुवाई करेगी। हमने पहले केंद्र सरकार के समक्ष इसमें लोगों के हितों को शामिल करने की मांग की है।”
मणिपुर में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ कई नागरिक समाज के संगठनों और कुछ छात्र संगठनों ने गणतंत्र दिवस के बहिष्कार का ऐलान किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह विधेयक संबंधित राज्य की मंजूरी के बिना लागू नहीं होगा।
बिरेन ने कहा, “अब जब मंत्रालय द्वारा आश्वासन दे दिया गया है, तो सभी तरह के विरोध प्रदर्शन को रोक देना चाहिए, क्योंकि यह राज्य की प्रगति के लिए बाधक है।”
यूनाइटेड कमेटी मणिपुर के अध्यक्ष सुनील करम का कहना है, “केंद्र सरकार ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब मणिपुर के लोग इनर लाइन परमिट प्रणाली की मांग कर रहे थे। राजनीतिक दलों को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।”