आईएलएंडएफएस संकट लौटा : जी समूह का एमएफ कर्ज जोखिम 7000 करोड़ रुपये
नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)| जी समूह की कंपनियों पर म्यूचुअल फंड और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों का करीब 12,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें 7,000 करोड़ रुपये एमएफ कर्ज और 5,000 करोड़ रुपये एनबीएफसीज का कर्ज है।
इसके कारण देश में एक और आईएलएंडएफएस संकट का खतरा पैदा हो गया है। बताया जा रहा है कि एमएफ कर्ज जोखिम पूरी तरह से जी के प्रमोटर के स्तर पर है। इसमें से बिरला एएफ से 2,900 करोड़ रुपये, एचडीएफसी से 1,000 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल से 750 करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया है, जिसके फंसने का संकट है। वहीं, एनबीएफसी के मोर्चे पर माना जा रहा है कि एचडीएफसी लि. और एलएंडटी फाइनेंस का कर्ज फंसेगा।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि चूंकि यह सप्ताहांत है और शेयर बाजार अब सोमवार को खुलेंगे, लिहाजा जी समूह के सभी शेयर सोमवार को औंधे मुंह गिर सकते हैं, क्योंकि एमएफ कर्ज सुरक्षित नहीं होते हैं।
जी समूह के प्रमोटर सुभाष चंद्रा हरियाणा से राज्यसभा के सदस्य हैं और उनका आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) से गहरा जुड़ाव है। देश अभी तक आईएलएंडएफएस संकट से ही नहीं उबर पाया था, तबतक इस तरह का यह दूसरा संकट भारतीय वित्तीय प्रणाली को झटका देने वाला है।