राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के लिंगायत संत के निधन पर शोक जताया
नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)| राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के 111 वर्षीय लिंगायत संत, शिवकुमार स्वामी के निधन पर सोमवार को शोक जताया है।
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, “आध्यात्मिक गुरु के निधन की खबर सुनकर अत्यंत दुख हुआ। उन्होंने समाज को, खासतौर से स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में काफी योगदान किया। उनके अनगिनत अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक शोक संवेदना।”
उल्लेखनीय है कि तुमकुरु स्थित सिद्दागंगा मठ के लिंगायत संत का सुबह 11.44 बजे मठ में ही निधन हो गया। उनके फेफड़े में संक्रमण था, जिसका इलाज चल रहा था। उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
मोदी ने ट्वीट किया, “उन्होंने अपनी जिंदगी लोगों के लिए, खासतौर से गरीबों और कमजोर लोगों के लिए समर्पित की। उन्होंने गरीबी, भूख और सामाजिक अन्याय जैसी बुराइयों को मिटाने के लिए खुद को समर्पित कर दिया। दुनिया भर में फैले उनके असंख्य अनुयायियों के लिए मेरी प्रार्थना और संवेदना।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, “स्वामीजी सभी धर्मो, समुदायों के लाखों भारतीयों के लिए पूज्य और श्रद्धेय थे। उनके निधन से एक गहरा आध्यात्मिक खालीपन पैदा हो गया है। उनके सभी अनुयायियों के प्रति मेरी शोक संवेदना।”
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने भी संत के निधन पर शोक जताया है।
अपने अनुयायियों के बीच साक्षात भगवान के रूप में पूज्य और 12वीं सदी के प्रख्यात समाज सुधारक बासवा के अवतार माने जाने वाले लिंगायत संत श्री सिद्दागंगा एजुकेशनल सोसायटी के प्रमुख थे। यह संस्था राज्य में लगभग 125 शैक्षिक संस्थानों का संचालन करती है, जिसमें इंजीनियरिंग कॉलेजों से लेकर बिजनेस स्कूल शामिल हैं, और ये सभी शैक्षिक संस्थाएं गरीब विद्यार्थियों को शिक्षा मुहैया कराती हैं।
कर्नाटक सरकार ने तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। स्कूल और कॉलेज मंगलवार तक बंद रहेंगे, जिस दिन अंतिम संस्कार किया जाएगा।